कोडरमा-गिरिडीह के बाद अब पारसनाथ-गिरिडीह की बारी

जागरण संवाददाता गिरिडीह देश की आजादी के सात दशक और झारखंड अलग राज्य होने के 18

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Feb 2019 07:31 PM (IST) Updated:Sun, 24 Feb 2019 07:31 PM (IST)
कोडरमा-गिरिडीह के बाद अब पारसनाथ-गिरिडीह की बारी
कोडरमा-गिरिडीह के बाद अब पारसनाथ-गिरिडीह की बारी

जागरण संवाददाता, गिरिडीह : देश की आजादी के सात दशक और झारखंड अलग राज्य होने के 18 वर्ष बाद कोडरमा से महेशमुंडा तक रेल का परिचालन प्रारंभ हुआ। रविवार को गिरिडीह सांसद रवींद्र पांडेय और विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी ने कोवाड़ स्टेशन का लोकार्पण तथा रेल का परिचालन का शुभारंभ किया। इसी के साथ यहां की जनता में पारसनाथ से मधुबन होते हुए गिरिडीह रेल लाईन के शीघ्र निर्माण होने की आस भी जगा दी।

सांसद ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि गिरिडीह वासियों खासकर कोवाड़ के लोगों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। कोडरमा-गिरिडीह रेल मार्ग के लिए पूर्व सांसद स्व. रीतलाल प्रसाद वर्मा ने भी काफी प्रयास किया था। उन्हीं के प्रयास से इस परियोजना की नींव पड़ी थी, लेकिन केंद्र की यूपीए सरकार ने इस पर ब्रेक लगा दी थी। जहां-जहां भी जिन परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ था, उन पर यूपीए शासन में रोक लग गई थी, लेकिन केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद इस कार्य को पूर्ण किया गया। इसमें हुए विलंब के लिए यूपीए जिम्मेवार है। गिरिडीह-पारसनाथ रेलखंड के लिए भी प्रयास जारी है। यह मामला नीति आयोग के पास चला गया है। आचार संहिता लगने से पूर्व ही रेल मंत्री इसका शिलान्यास करेंगे। गो¨वदपुर-गिरिडीह रेल लाईन का काम भी बहुत जल्द प्रारंभ होगा। डबल इंजन की सरकार से पूरा हुआ सपना : शाहाबादी

विधायक शाहाबादी ने कहा कि रेल सेवा भारत की जीवन रेखा है। यहां के लोगों का सपना था कि कोडरमा से गिरिडीह होते हुए मधुपुर तक रेल सेवा शुरू हो, जो आज पूरा हो गया। केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार बनने से यह संभव हो पाया है। डबल इंजन की सरकार ने सपने को पूरा किया है। पारसनाथ से मधुबन होते हुए गिरिडीह तक रेल सेवा शुरू होने का सपना भी शीघ्र पूरा होगा। आर्थिक गतिविधियों में आएगी तेजी : डीआरएम

डीआरएम अनिल मिश्रा ने कहा कि कोडरमा-गिरिडीह रेलखंड धनबाद रेल मंडल का महत्वपूर्ण अंग है। इस रेल मार्ग के शुरू हो जाने से इस क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी। साथ ही जनता को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। लोगों का आवागमन सुलभ होगा। इस रेल परियोजना को स्वीकृति वर्ष 2001-02 में मिली थी। इसकी कुल लागत 927 करोड़ रुपये है। इस रेलखंड में विद्युतीकरण का कार्य भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। सांसद-विधायक ने किया मुआयना : सांसद पांडेय और विधायक शाहाबादी ने हरी झंडी दिखाने के बाद ट्रेन की एक बोगी में चढ़कर इसका मुआयना किया। कहा कि इस क्षेत्र की जनता को अब आवागमन में परेशानी नहीं होगी।

लोगों में था उत्साह और उमंग : समारोह के दौरान पहुंचे सैकड़ों लोग उत्साह और उमंग से लबरेज थे। सभी के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। अतिथियों ने शाम 4:05 बजे जैसे ही हरी झंडी दिखाई और छुक-छुक कर सिटी मारते हुए ट्रेन आगे बढ़ी, लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। कहा कि वर्षों इंतजार के बाद आज सपना पूरा हुआ है। इस क्षेत्र के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।

ये थे उपस्थित : समारोह में भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील अग्रवाल, सांसद प्रतिनिधि यदुनंदन पाठक, अर्जुन बैठा, भाजपा नेता सुरेंद्र राय, भागीरथ मंडल, संजीत ¨सह पप्पू, एचएन देव, इंजीनियर बीके ¨सह सहित काफी गणमान्य लोग और रेलवे के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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