आइएसआइ की जमीन को भू-माफियाओं से बचाएं
जासं गिरिडीह इन दिनों गिरिडीह समेत पूरे झारखंड में बड़े पैमाने पर जमीन की लूट हो र
जासं, गिरिडीह : इन दिनों गिरिडीह समेत पूरे झारखंड में बड़े पैमाने पर जमीन की लूट हो रही है। सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। इससे लगता है कि सत्ता के संरक्षण में यह सब हो रहा है। यह बात भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य सुरेश साव ने रविवार को प्रेस बयान में कही।
कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले गिरिडीह के कई ऐसे मामले सरकार के ध्यान में लाया। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से भी पत्र सरकार को भेजवाया, लेकिन अभी तक किसी भी मामले में सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है। चाहे वह जामबाद में सीताराम मारिक का मामला हो या फिर राजेंद्र नगर में राधाकृष्ण ट्रस्ट का मामला हो।
अभी कुछ भू-माफियाओं की नजर भारतीय सांख्यिकी संस्थान गिरिडीह की जमीन पर लगी है। इसमें भू माफिया का सिडिकेट सहित कुछ राजनीतिक दल के लोग भी शामिल हैं। यह भारत सरकार का संस्थान है और इसे राज्य सरकार ने वर्ष 1952 में 34.68 एकड़ और पुन: 1959 में 4.03 एकड़ जमीन अधिग्रहण कर भारत सरकार को दिया। यह संस्थान पूर्वोत्तर भारत की सबसे पुरानी इकाई है, लेकिन विडंबना है कि केंद्र के इस महत्वपूर्ण संस्थान की जमीन पर भू-माफिया और अंचल कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी मिलकर एलपीसी बनाने का प्रयास कर रहे है। जानकारी मिलने पर उन्होंने बाबूलाल मरांडी बताया। बाबूलाल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस संस्थान को बचाने का आग्रह किया है। इधर, साव ने उपायुक्त से इस मामले को संज्ञान में लेते हुए इसमें शामिल भू माफिया सहित अंचल कर्मचारी पर कार्रवाई करने की मांग की है।