एफडी का फर्जी कागजात देकर सहकारी बैंक के कैशियर ने हड़पे सात लाख रुपये
जागरण संवाददाता गिरिडीह अपनी कमाई की बचत कर उसे सुरक्षित बैंक में रखने की मंशा से
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : अपनी कमाई की बचत कर उसे सुरक्षित बैंक में रखने की मंशा से एफडी व एलडीएस कराने वाले एक सेवानिवृत्त कर्मचारी को लाखों रुपये की धोखाधड़ी का शिकार होना पड़ा। यह धोखाधड़ी कोई और नहीं बल्कि झारखंड राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड के खजांची संजय कुमार उर्फ बबलू व अन्य कर्मियों की संलिप्तता से की गई है। खजांची ने एफडी व एलडीएस के नाम पर धोखाधड़ी करते हुए फर्जी दस्तावेज देकर छह लाख 98 हजार 883 रुपये हड़प लिए।
जिला नजारत में काम करने वाले कर्मी सह शास्त्री नगर निवासी शंभू प्रसाद ठाकुर ने खजांची व अन्य संलिप्त कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। कहा है कि अपनी सेवानिवृत्ति से पहले सहकारी बैंक में अपने नाम से 3, 69607 रुपये की तीन एफडी और पत्नी रेणुका लता के नाम से 3,48976 रुपये के तीन एफडी व एलडीएस कराया। अवधि पूरी होने के बाद अपने खाते व फिक्स डिपाजिट की राशि से संबंधित जानकारी लेने सहकारी बैंक गया। शाखा प्रबंधक ने बताया कि जो एफडी व एनडीएस की कागजात है वह फर्जी है। ऐसा अन्य उपभोक्ताओं के साथ भी धोखा में रखकर मोटी राशि की हेराफेरी गई गई है। थाना प्रभारी आरएन चौधरी ने अनसंधान की जिम्मेवारी पुलिस अवर निरीक्षक गौरी शंकर प्रसाद को सौंपी है।
इन तिथियों को कराया था एफडी व एलडीएस : भुक्तभोगी ने वर्ष 2014 में अलग-अलग तिथियों को राशि को डिपाजिट कराया था। इनमें अपने नाम से 14 मार्च 2014 को 2,04,612 रुपये, 14 अप्रैल 2014 को 67,548 रुपये व एक अगस्त 2014 को 87,447 रुपये तथा अपनी पत्नी रेणुका लता के नाम से सात फरवरी 2014 को 1,19,355 रुपये, छह अप्रैल 2014 को 64,333 रुपये व एक सितंबर 2014 को 1,55,288 रुपये की एफडी व एलडीएस शामिल है।