अब रसोई गैस में डंडी मारनेवालों की खैर नहीं

गिरिडीह : जिले की गैस एजेंसियों की ओर से की गई होम डिलीवरी व्यवस्था की नई खामियां सामने आयी है। धनवा

By Edited By: Publish:Mon, 08 Feb 2016 01:00 AM (IST) Updated:Mon, 08 Feb 2016 01:00 AM (IST)
अब रसोई गैस में डंडी मारनेवालों की खैर नहीं

गिरिडीह : जिले की गैस एजेंसियों की ओर से की गई होम डिलीवरी व्यवस्था की नई खामियां सामने आयी है। धनवार, महेशमुंडा, पारसनाथ सहित कई अन्य जगह के उपभोक्ताओं ने जिला प्रशासन को पत्र लिख कर गैस रिफि¨लग गोरखधंधे के खिलाफ अभियान चलाने की मांग की है। इस दिनों शहर से लेकर गांव तक गैस के रिफि¨लग का कारोबार तेजी से फैल गया है। होम डिलीवरी के दौरान गैस सिलेंडरों को उपभोक्ताओं के घर पहुंचानेवाले वाहन चालक और रिफि¨लग के कारोबार में लगे धंधेबाजों की ओर से गैस निकालने का गोरखधंघा जोरशोर से चल रहा है। किसी विशेष प्रयोजन के लिए दिए जाने वाले गैस सिलेंडरों से प्रति सिलेंडर दो से तीन किग्रा गैस यदि निकाल भी ली जाए तो आयोजकों को इसकी भनक तक नहीं लगेगी। इसी तर्ज पर सामान्य उपभोक्ता भी इसका शिकार हो रहे हैं।

छोटे सिलेंडर बेचने व रिफि¨लग के कारोबार के खिलाफ जिला प्रशासन की ओर से बीते दो से तीन वर्ष के दौरान कोई छापेमारी अभियान भी नहीं चलाया गया है। वर्ष 2011 में तत्कालीन एसडीओ कमलेश्वर प्रसाद ¨सह ने गैस कालाबाजारियों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया था। इसके बाद धड़ाधड़ दुकानें बंद हो गयी थी। अभियान के थपने के बाद फिर से धंधेबाज सक्रिय हो उठे हैं।

वजन कर लें गैस सिलेंडर

पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम के तहत इस बात को व्यापक रूप से प्रचारित किया गया है कि होम डिलीवरी या गैस एजेंसी के गोदाम से सिलेंडर लेते वक्त उपभोक्ता वजन करके सिलेंडर प्राप्त करें। खाली सिलेंडर का वजन 15.5 किग्रा है वहीं गैस सहित सिलेंडर का वजन 29.5 किग्रा है। सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 650 रुपये है। ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता के अभाव में उपभोक्ताओं से न सिर्फ गैस सिलेंडर के 700 से 730 रुपये तक वसूले जा रहे हैं अपितु उन्हें सिलेंडर में मानक तौर पर 14.5 किग्रा गैस भी नहीं मिल रही है।

इन जगहों पर गैस एजेंसियां हैं कार्यरत :

जिला मुख्यालय में चार गैस एजेंसियां संचालित हैं। इसमें जैन गैस, गिरिडीह गैस एजेंसी, भारत गैस व झारखंड ग्रामीण गैस एजेंसी शामिल है। इसमें अलावा जमुआ में तीन, धनवार में दो और पारसनाथ में दो एजेंसियां है। साथ ही माल्डा, मंडरो, तिसरी, बेंगाबाद, महेशमुंडा, गांडेय, पीरटांड़, बगोदर, सरिया, बिरनी एवं देवरी में इंडेन गैस की एजेंसियां संचालित है।

वर्जन

-पूर्व में गैस की कालाबाजारी से संबंधित जन शिकायतें आपूर्ति विभाग को नहीं मिली है। अब यदि सिलेंडर में कम वजन की शिकायत सामने आयी है तो निश्चित रूप से जिला प्रशासन इसके खिलाफ छापेमारी अभियान चलाएगा। सभी एसडीओ और सीओ को उपायुक्त स्तर से आदेश दिया जाएगा। प्रशासन गैस रिफि¨लग के गोरखधंधा को बर्दाश्त नहीं कर सकता। शहर से लेकर गांव तक गैस कालाबाजारियों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।

- रामचंद्र पासवान, डीएसओ।

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