गलत आपरेशन करने से महिला की हो गई थी मौत, चार माह बाद दर्ज हुई प्राथमिकी

अपेंडिक्स की जगह आंत का आपरेशन करने से महिला की हो गई थी मौत चार माह बाद दर्ज हुई प्राथमिकी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Aug 2022 06:48 PM (IST) Updated:Thu, 25 Aug 2022 06:48 PM (IST)
गलत आपरेशन करने से महिला की हो गई थी मौत, चार माह बाद दर्ज हुई प्राथमिकी
गलत आपरेशन करने से महिला की हो गई थी मौत, चार माह बाद दर्ज हुई प्राथमिकी

गलत आपरेशन करने से महिला की हो गई थी मौत, चार माह बाद दर्ज हुई प्राथमिकी

संवाद सहयोगी, गढ़वा : अपेंडिक्स की जगह आंत का आपरेशन कर महिला की जान लेने के मामले में चिकित्सक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई है। इस मामले में भवनाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एमओआइसी डा.दिनेश कुमार ने बुधवार को खरौंधी स्थित कादरी हास्पिटल के संचालक डा. एनुल हक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार डा. एनुल हक के विरुद्ध अनधिकृत रुप से अस्पताल का संचालन करने तथा गलत आपरेशन करने के कारण संगीता यादव 32 वर्ष की मौत का आरोप था। इसे लेकर श्रीबंशीधर नगर के अनुमंडल पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन गढ़वा द्वारा 30 जुलाई को जांच की गई थी। जांच में डा. एनुल हक पर जानबूझकर तथ्यों को छिपाने, जांच में सहयोग नहीं करने, जांच दल को गुमराह करने तथा झोलाछाप चिकित्सक से मरीजों का आपरेशन करवाने के भी मामले सामने आए थे। इसे लेकर सिविल सर्जन डा. कमलेश कुमार ने भवनाथपुर सीएचसी के एमओआईसी डा. दिनेश कुमार को सिविल सर्जन कार्यालय के पत्रांक 1546 दिनांक 23 अगस्त 2022 द्वारा कादरी हास्पिटल खरौंधी के संचालक डा.एनुल हक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाने का निर्देश दिया था। सिविल सर्जन ने डा. एनुल हक को भविष्य में भी किसी प्रकार के चिकित्सा कार्य के लिए प्रतिबंधित करने का भी आदेश दिया है। उक्त आदेश के आलोक में भवनाथपुर के एमओआइसी डा. दिनेश कुमार ने खरौंधी थाना में डा.एनुल हक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है।

- क्या है मामला -

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के कोन थाना क्षेत्र के बागेसोती गांव के डुबवा टोला निवासी नंद किशोर यादव की पुत्री संगीता यादव 32 वर्ष को पेट में दर्द की शिकायत होने पर खरौंधी स्थित कादरी हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। जांच के बाद उक्त हास्पिटल के संचालक ने 22 फरवरी 2022 को महिला के अपेंडिक्स के आपरेशन किया था। लेकिन महिला की स्थिति बिगड़ती चली गई। इसके पश्चात कादरी हास्पिटल के संचालक की सलाह पर महिला को दो मार्च को वाराणसी के डीएनएस हास्पिटल में इलाज के लिए ले जाया गया। वहां जांच के दौरान यह बात सामने आई कि महिला के अपेंडिक्स आपरेशन करने के दौरान आंत का आपरेशन कर दिया गया था। फिर वाराणसी में भी महिला का आपरेशन किया गया। इस दौरान वाराणसी के हेरिटेज हास्पिटल व ट्राइडेंट हास्पिटल में भी इलाज चला। लेकिन उसकी हालत दिनोदिन बिगड़ती गई और 12 अप्रैल 2022 को संगीता यादव की मौत हो गई। उसके स्वजनों के अनुसार पूरे इलाज में करीब आठ लाख रुपये खर्च हुए। लेकिन कादरी हास्पिटल में गलत आपरेशन के कारण महिला की जान चली गई।

- खरौंधी थाना ने नहीं दर्ज की थी प्राथमिकी :

मृतका संगीता के स्वजनों की मानें तो उसकी मौत के बाद कादरी हास्पिटल संचालक के विरुद्ध खरौंधी थाना में प्राथमिकी दर्ज के लिए आवेदन दिया गया था। लेकिन वहां प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। इसके बाद मृतका के स्वजनों ने उपायुक्त को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई। बताया गया कि दिशा की बैठक में जब यह मामला उठाया गया, तब इस पर कार्रवाई प्रारंभ हुई। श्रीबंशीधर नगर के एसडीओ आलोक कुमार व सिविल सर्जन डा. कमलेश कुमार ने इस मामले की जांच के बाद कादरी हास्पिटल के संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की।

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