सदर अस्पताल में चल रहा काला धंधा, ओपीडी में बैठकर निजी क्लीनिक का कार्य कर रहे चिकित्सक

सदर अस्पताल गढ़वा में चिकित्सा के नाम पर काला खेल चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 09:54 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 09:54 PM (IST)
सदर अस्पताल में चल रहा काला धंधा, ओपीडी में बैठकर निजी क्लीनिक का कार्य कर रहे चिकित्सक
सदर अस्पताल में चल रहा काला धंधा, ओपीडी में बैठकर निजी क्लीनिक का कार्य कर रहे चिकित्सक

संवाद सहयोगी, गढ़वा : सदर अस्पताल गढ़वा में चिकित्सा के नाम पर काला खेल चल रहा है। भोले भाले मरीजों को सदर अस्पताल से निजी क्लिनिकों में बहला फुसलाकर ले जाया जाता है। साथ ही निजी क्लिनिकों में आए मरीजों से फीस लेकर कथित दलाल सह चिकित्साकर्मी सदर अस्पताल आकर ओपीडी में बैठे चिकित्सक से मरीज को दिखा देते हैं। इसमें नामचीन डाक्टर से दिखाने की लालच में पड़कर भोले-भाले मरीज अक्सर ही कथित ठगी के शिकार हो रहे हैं। मरीजों को सरकारी सुविधा का समुचित लाभ नहीं मिल पाता है। गुरुवार को भी कुछ ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। कांडी प्रखंड के शिवपुर गांव के बैकुंठ पासवान की पत्नी सुनैना देवी बीमार हालत में डा अशोक कुमार के कचहरी रोड स्थित निजी क्लिनिक में दोपहर करीब 11 बजे गई थी। तब डा अशोक कुमार निजी क्लिनिक में नहीं थे। उनकी ड्यूटी सदर अस्पताल के ओपीडी में थी। निजी क्लिनिक के विनोद नामक चिकित्साकर्मी ने सुनैना देवी से 300 रुपये फीस लेकर टोकन नं 27 एन दे दिया और सुनैना देवी को लेकर सदर अस्पताल के ओपीडी में आकर चार नंबर ओपीडी में डा अशोक कुमार से दिखा दिया। वहां डा अशोक कुमार ने निजी क्लिनिक के पर्ची पर ही महिला को दवा लिख कर दिया। बताया गया कि तब तक सुनैना देवी के भाई सह कांडी के पूर्व जिप सदस्य दिनेश कुमार सदर अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने जब डाक्टर की लिखी पर्ची मांगा तो चिकित्साकर्मी विनोद वहां से भागने लगा। बाद में बड़ी मशक्कत के बाद विनोद ने सुनैना देवी को पर्ची दिया। इसके पश्चात दिनेश कुमार ने सिविल सर्जन डा एनके रजक से मिल कर आवेदन देकर ककार्रवाई की मांग की है। दिनेश कुमार ने सदर अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे को खंगाल कर पूरे मामले की छानबीन करने की मांग करते हुए कहा कि पूरा मामला कैद हो गया है कि किस तरह विनोद नामक व्यक्ति सुनैना देवी को ओपीडी में दिखाने गया और बाहर निकला। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल के ओपीडी में बैठकर में बैठकर निजी प्रैक्टिस करना गंभीर मामला है।

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उन्हें इस मामले की जानकारी दिनेश कुमार पूर्व जिप सदस्य से मिली है। इसके आलोक में जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

-डा एनके रजक, सिविल सर्जन, गढ़वा।

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