Gadhawa Crime: विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, मायकेवालों ने लगाया साजिश कर हत्या का आरोप

गढ़वा जिले के मेराल थाना क्षेत्र के छप्परबार कला गांव निवासी मंजय कुमार की पत्नी सविता देवी 28 वर्ष की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई। इसे लेकर मृतका के मायके वालों ने ससुराल पक्ष के लोगों पर साजिश कर हत्या कर देने का आरोप लगाया है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Wed, 10 May 2023 08:07 PM (IST) Updated:Wed, 10 May 2023 08:07 PM (IST)
Gadhawa Crime: विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, मायकेवालों ने लगाया साजिश कर हत्या का आरोप
विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, मायकेवालों ने लगाया साजिश कर हत्या का आरोप

संवाद सहयोगी, गढ़वा। झारखंड के गढ़वा जिले के मेराल थाना क्षेत्र के छप्परबार कला गांव निवासी मंजय कुमार की पत्नी सविता देवी 28 वर्ष की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई। इसे लेकर मृतका के मायके वालों ने ससुराल पक्ष के लोगों पर साजिश कर हत्या कर देने का आरोप लगाया है, जबकि मृतका के ससुराल के लोगों के अनुसार सविता देवी ने सल्फास खाकर आत्महत्या की है।

सदर अस्पताल से रेफर होने के बाद रिम्स, रांची ले जाने के दौरान मंगलवार की रात रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इसके पश्चात उसके शव को सदर अस्पताल लाया गया, जहां सविता के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

2011 में हुआ था विवाह

 जानकारी के अनुसार पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के कोकरिया गांव निवासी बलि राम की पुत्री सविता की शादी वर्ष 2011 में मंजय कुमार के साथ हुई थी। बलि राम के अनुसार शादी के दो वर्षों बाद सविता को मंजय कुमार अक्सर ही मारपीट करने लगा था।

क्या है परिजनों का आरोप?

मंजय कुमार अपनी कमाई अपने भाई-भाभी को देता था, जबकि इसका विरोध करने पर सविता देवी के साथ मारपीट की जाती थी। वहीं जब इस घटना को देखकर मायके के लोगों ने इसका विरोध किया तो उस पर भी सविता देवी के साथ मारपीट होती थी।

3 साल तक मायके में रही सविता देवी

इसे लेकर सविता देवी तीन वर्षों तक मायके में थी। 23 अप्रैल 2023 को दोनों पक्ष के रिश्तेदारों की उपस्थिति में पंचायती के बाद सविता देवी को ससुराल भेजा गया था, लेकिन ससुराल में किसी बात को लेकर विवाद होने के बाद उसका पति मंजय कुमार, उसका बड़ा भाई अशोक राम, गोतनी संगीता देवी एवं सास तेतरी देवी ने मिलकर उसे जहर खिलाकर हत्या कर दी।

जबकि मृतका का ससुर अशोक राम ने बताया कि सविता अपने ससुराल में नहीं रहना चाहती थी। बार-बार मायके भाग कर चली जाती थी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2006 में मंजय कुमार के पिता की ड्यूटी आवर में देहांत हो गया था।

इसके बाद मंजय कुमार को पिता की नौकरी तथा उसके दोनों भाइयों को पिता को मिला हुआ पैसा व जमीन हिस्से में मिला था। इसके बाद मंजय कुमार भाइयों से अलग रहता था। किसी से मतलब ही नहीं रखता था।

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