डुमरथर विद्यालय में योग का पूर्वाभ्यास

बासुकीनाथ जरमुंडी प्रखंड के डुमरथर स्कूल में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर गुरुवार को योग का पूर्वाभ्यास किया गया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक सपन कुमार ने कहा कि भारत में योग की परंपरा तकरीबन 5000 साल पुरानी है। योग शरीर और आत्मा के बीच के सामंजस्य का विज्ञान माना जाता है। भारत की इस प्राचीन पद्धति से विश्व में जागरूकता लाने के उद्देश्य से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरूआत वर्ष 2015 में हुई। 

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Jun 2019 07:35 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jun 2019 07:35 PM (IST)
डुमरथर विद्यालय में योग का पूर्वाभ्यास
डुमरथर विद्यालय में योग का पूर्वाभ्यास

बासुकीनाथ : जरमुंडी प्रखंड के डुमरथर स्कूल में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर गुरुवार को योग का पूर्वाभ्यास किया गया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक सपन कुमार ने कहा कि भारत में योग की परंपरा तकरीबन 5000 साल पुरानी है। योग शरीर और आत्मा के बीच के सामंजस्य का विज्ञान माना जाता है। भारत की इस प्राचीन पद्धति से विश्व में जागरूकता लाने के उद्देश्य से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरूआत वर्ष 2015 में हुई।  उन्होंने कहा कि 21 जून को उत्तरी गोला‌र्द्ध में साल का सबसे लंबा दिन होता है। इस दिन सूर्य जल्दी उगता है और सबसे देर से सूर्यास्त होता है। यह ग्रीष्मकालीन संक्रांति का दिन भी माना जाता है। 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर  2014  में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डालकर इसकी महत्ता बताई। शिक्षक अजय कुमार ने कहा कि योग शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम करती है। मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक सपन कुमार, शिक्षक अजय कुमार मंडल, अनुज कुमार मंडल, डेजी कुमारी, बाल संसद के प्रधानमंत्री टीना कुमारी, उपप्रधानमंत्री चंदन कुमार आदि मौजूद थे।

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