खेती में जैविक खाद का करें प्रयोग : दिवेश

जरमुंडी प्रखंड के इटिक आत्मा भवन में प्रवासी मजदूरों के लिए सोमवार को दो दिवसीय सब्जी की खेती विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। आत्मा के परियोजना निदेशक दिवेश कुमार सिंह ने किसानों को बताया कि अभी गोभी की खेती की जा सकती है। इसके लिए दोमट भूमि उपयुक्त है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 06:43 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 06:43 PM (IST)
खेती में जैविक खाद का करें प्रयोग : दिवेश
खेती में जैविक खाद का करें प्रयोग : दिवेश

संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ: जरमुंडी प्रखंड के इटिक आत्मा भवन में प्रवासी मजदूरों के लिए सोमवार को दो दिवसीय सब्जी की खेती विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। आत्मा के परियोजना निदेशक दिवेश कुमार सिंह ने किसानों को बताया कि अभी गोभी की खेती की जा सकती है। इसके लिए दोमट भूमि उपयुक्त है। एक एकड़ खेत में लगभग 17 हजार गोभी के पौधे लगाए जा सकते है। ब्रोकली की खेती के लिए कृषकों को जानकारी दी। कहा कि ब्रोकली में आयुर्वेदिक गुण पाया जाता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट गुण के कारण इसका सेवन करने वाले आदमी को बीमारी की संभावना कम होती है। घर पर ही जैविक कीटनाशक तैयार कर सकते हैं। उन्होंने किसानों को रासायनिक खाद के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी देते हुए जैविक कीटनाशक इस्तेमाल करने की जानकारी दी। क्लोरोफॉस दवा का प्रयोग जमीन के अंदर कीड़े को मारने के लिए किया जाता है। फफूंद का पहला लक्षण है किसी भी फसल पर धब्बा आता है। इसके रोकथाम के लिए डायथेम एम-45 के एक ग्राम की मात्रा एक लीटर पानी में डालकर छिड़काव किया जाता है। उन्होंने किसानों को अत्याधुनिक तरीके से खेती के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। प्रखंड तकनीकी प्रबंधक समरेंद्र सिन्हा ने किसानों को टोल फ्री नंबर 18001801551 पर फोन करके अपनी समस्या को बताने एवं मार्गदर्शन प्राप्त करने की जानकारी दी। मौके पर एटीएम नंदलाल मंडल, एटीएम भारती कुमारी, कृषक श्रीकांत यादव, हरिकिशोर यादव, नुनुधन लायक, संतोष राउत, अकलू महतो सहित दर्जनों अन्य किसानों ने भाग लिया।

chat bot
आपका साथी