किसानों की खुशहाली में ही समाज और देश की खुशहाली

दुमका : जल है जहान है 2.0 के तहत मंगलवार को इंडोर स्टेडियम में कृषक विकास संगोष्ठी सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने कहा कि कृषि एक ऐसा क्षेत्र है जिससे लगभग सभी लोग प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से जुड़े हैं। किसान ही हमारे अन्नदाता है और इनके खुशहाली में ही समाज और देश की खुशहाली निहित है। सरकार द्वारा किसान भाइयों के लिए कई योजनाएं भी चला रही है। किसान के आय को दुगुनी करने के लिए कार्य किए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jan 2019 07:24 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jan 2019 07:24 PM (IST)
किसानों की खुशहाली में ही समाज और देश की खुशहाली
किसानों की खुशहाली में ही समाज और देश की खुशहाली

दुमका : जल है जहान है 2.0 के तहत मंगलवार को इंडोर स्टेडियम में कृषक विकास संगोष्ठी सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने कहा कि कृषि एक ऐसा क्षेत्र है जिससे लगभग सभी लोग प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से जुड़े हैं। किसान ही हमारे अन्नदाता है और इनके खुशहाली में ही समाज और देश की खुशहाली निहित है। सरकार द्वारा किसान भाइयों के लिए कई योजनाएं भी चला रही है। किसान के आय को दुगुनी करने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। वर्तमान समय में पानी की उपलब्धता ना होने से लोग खेती नहीं करते थे लेकिन जल है जहान है 2.0 के तहत आप सभी को ¨सचाई कूप उपलब्ध कराई जा रही है ताकि आप सभी ना सिर्फ एक फसल का उत्पादन करें बल्कि पूरे वर्ष अलग-अलग फसल सब्जियों का उत्पादन कर अपने आय में वृद्धि करने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की सोच की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। योजना के कुल 2500 ¨सचाई कूप का निर्माण किया जाना है। प्रथम चरण में 1100 ¨सचाई कूप का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। कृषि से जुड़े वैज्ञानिक वैसी जमीन जिसमें साल में एक बार खेती होती है उस जमीन पर पूरे वर्ष खेती होता रहे इस दिशा में कार्य करें। वर्तमान समय में कृषि से एक बड़ी आबादी जुड़ी हुई है। आप सभी जैविक खेती करें तथा अपने आय को जैविक खेती के माध्यम से दुगुना करने का कार्य करें। आज जैविक खेती की चर्चा हर जगह हो रही है। पानी की समस्या को दूर करने के लिए यह ¨सचाई कूप मील का पत्थर साबित होगा। जब पानी उपलब्ध होगी तभी कृषि की कल्पना की जा सकती है। आनेवाले समय में आप सभी उन्नत कृषकों की श्रेणी में होंगे यह विश्वास है। बहुत जल्द कृषि से दुमका की पहचान होगी। सरकार द्वारा राज्य के किसानों को उन्नत तकनीक सीखने के लिए इजरायल भेजा जा रहा है। इस वर्ष महिलाओं को उन्नत तकनीक सीखने के लिए इजराइल भेजा गया है। उन्नत तकनीक सीख कर आप सभी बेहतर ढंग से खेती करें अपने आय में वृद्धि करें। किसान मजबूत होगा तभी देश मजबूत होगा। 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करना माननीय प्रधानमंत्री की सोच है।

उप विकास आयुक्त वरुण रंजन ने कहा कि उपायुक्त मुकेश कुमार के मार्गदर्शन में लाभुकों का चयन तथा ¨सचाई कूप के स्थल का चयन कर एक साथ पहले चरण में 1100 ¨सचाई कूप का निर्माण प्रारंभ किया गया। कुल 2500 ¨सचाई कूप का निर्माण किया जाना है। यह ¨सचाई कूप कृषकों के आय को बढ़ाने का कार्य करेगी साथ ही कई बार किसान पानी के अभाव में खेती नहीं कर पाते थे, किसानों के पानी की समस्या को दूर करने में यह ¨सचाई कूप अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। नई कृषि पद्धति को अपनाने की जरूरत है। वर्तमान समय में कृषि का बाजार बहुत तेजी से बढ़ रहा है। पहले सिर्फ धान की खेती करते थे। आज इंटीग्रेटेड फॉíमंग की शुरुआत किसानों ने की है। दुमका जिले में जैविक खेती को आगे बढ़ाने की जरूरत है। सभी से अपेक्षा है खूब मेहनत से खेती करेंगे अपने खेतों में काम करेंगे तथा अपने आय को दोगुना करने का कार्य करेंगे। आगे भी इस तरह की संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा ताकि आप सभी को खेती के महत्वपूर्ण आयामों को बताया जा सके। जिले में दो फार्म स्कूल (मुड़ायम और आसनसोल) में निर्माण किया जा रहा है जिसमें कृषि से जुड़े नए तकनीक को प्रदर्शित किया जाएगा। जल है जहान है 2.0 किसानों के विकास की पहली सीढ़ी का कुआं है।

इस अवसर पर वरीय वैज्ञानिक डॉक्टर श्रीकांत ¨सह ने भी लोगों के समक्ष अपनी बात रखी। मौके पर वैज्ञानिक डॉ. किरण मेरी कंडीर, डॉ. कमल प्रसाद, डॉ. सुस्मिता प्रियदर्शनी, रजनी सिन्हा, अन्नू कुमारी को समाज कल्याण मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने शॉल तथा मोमेंटो देकर सम्मानित किया। साथ ही दुमका प्रखंड रामपुर पंचायत के आमीन हांसदा, जामा प्रखंड भैरवपुर पंचायत के तालेश्वर राउत, जरमुंडी प्रखंड चोरखेदा पंचायत के जयप्रकाश मंडल, काठीकुंड प्रखंड अस्ताजोरा पंचायत के दुलार राय, मसलिया प्रखंड मसानजोर पंचायत की चंदना देवी, रामगढ़ पंचायत गंगवारा पंचायत के संत लाल ¨सह, रानेश्वर प्रखंड पटजोर पंचायत के लाटू लाल मांझी, सरैयाहाट प्रखंड बड़ैत पंचायत के मनोज मरांडी, शिकारीपाड़ा प्रखंड मुड़ायम पंचायत के पिरू सोरेन, शिकारीपाड़ा प्रखंड मुड़ायम पंचायत के गुपीन मुर्मू को कूप का स्वीकृति पत्र दिया। इस अवसर पर प्रशिक्षु आइएएस शशि प्रकाश, निदेशक डीआरडीए दिलेश्वर महतो, निदेशक एनइपी विनय कुमार ¨सकू, सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में लाभुक उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी