आज लहराएगा तिरंगा, परेड में बच्चे नहीं होंगे शामिल

कोविड- 19 की वजह से इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में भी कई बदलाव दिखेगा। दुमका के पुलिस लाइन मैदान को गणतंत्र दिवस के लिए युद्ध स्तर पर भव्य व आकर्षक तरीके से सजाया-संवारा जा रहा है। कोविड-19 की वजह से इस बार स्कूली बच्चे परेड का हिस्सा नहीं होंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 07:03 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 07:03 PM (IST)
आज लहराएगा तिरंगा, परेड में बच्चे नहीं होंगे शामिल
आज लहराएगा तिरंगा, परेड में बच्चे नहीं होंगे शामिल

राजीव, दुमका: कोविड- 19 की वजह से इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में भी कई बदलाव दिखेगा। दुमका के पुलिस लाइन मैदान को गणतंत्र दिवस के लिए युद्ध स्तर पर भव्य व आकर्षक तरीके से सजाया-संवारा जा रहा है। कोविड-19 की वजह से इस बार स्कूली बच्चे परेड का हिस्सा नहीं होंगे। इस वर्ष 13 पलाटून सशस्त्र बल परेड की जिम्मेवारी संभालेंगे, जिसमें संताल परगना के सभी छह जिलों के पुलिस बल के अलावा जैप, आइआरबी, एसएसबी, एसआइआरबी की टीम शामिल है। खास बात यह कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर फुल परेड होगा। पहले स्कूली बच्चों के भाग लेने की वजह से कुछ कॉलम में ही मार्च होता था, लेकिन इस बार सभी 13 पलाटून कॉलम में मार्च होगा, जिसे देखना काफी रोमांचक होगा।

सभी पलाटून के सशस्त्र बलों का मुंह मास्क से ढंका होगा और हाथ में ग्लव्स अनिवार्य रूप से पहने रहेंगे। इतना ही नहीं, इस वर्ष पलाटून कमांडर की जिम्मेवारी भी नए बैच के सब-इंस्पेक्टरों को सौंपी गई है, जिससे परेड में परफेक्शन दिखेगा। परेड कमांडर परिक्ष्यमान आइपीएस अधिकारी कपिल चौधरी और सेकेंड इन कमांड डीएसपी श्रीराम समद होंगे। गणतंत्र दिवस पर पुलिस लाइन मैदान में मंगलवार को सुबह नौ बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। सीएम सोमवार की शाम ही दुमका पहुंच चुके हैं।

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सुरक्षा के लिहाज से किया गया है पुख्ता इंतजाम: गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान पुलिस लाइन में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है। खास कर कोविड-19 को ध्यान में रखकर विशेष एहतियात बरती जा रही है। इस बार समारोह में एंट्री भी गणमान्य लोगों को ही मिल सकेगी। मैदान परिसर में प्रवेश के लिए चार द्वारा बनाए गए हैं, जबकि विशिष्ट अतिथियों के प्रवेश के लिए अलग से एक द्वार बनाया गया है। सभी द्वारों पर एंटी सैबोटाज जांच के लिए डीएफएमडी मशीन लगाई गई है, ताकि आगंतुक इसकी जांच के बाद ही अंदर प्रवेश कर सकें। मैदान परिसर में पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर की व्यवस्था के लिए सिविल सर्जन को जिम्मेवारी दी गई है।

गणमान्य अतिथियों को बैठाने में भी काफी सावधानी बरती जा रही है। एक कुर्सी से दूसरी कुर्सी की दूरी कम से कम दो गज पर जरूर होगी।

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तिरंगे से पटी पुलिस लाइन: पुलिस लाइन मैदान को खूबसूरत और आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है। मैदान को दुरुस्त करने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। झांकियां तैयार करने का काम भी अंतिम चरण में है। मैदान में बनाए गए पंडालों को तिरंगा लुक दिया गया है, जबकि इस वर्ष पुलिस लाइन की ओर से मैदान के चारों ओर खासतौर पर झंडे लगवाए गए हैं। बीते 18 जनवरी से प्रतिदिन अपने 15 साथियों के साथ रोजाना रंगाई-पोताई का काम कर रहे नरेश मांझी ने कहा कि देर शाम तक काम खत्म हो जाएगा। यहां काम करके काफी सुखद अनुभूति हो रही है, क्योंकि तिरंगा देखकर ही मन राष्ट्रभक्ति में डूब जाता है।

इधर, पुलिस लाइन परिसर में स्थित अमर शहीदों की बेदी को संवारे रहे सुखेन मरांडी और संतोष मुर्मू ने कहा कि उन्हें काफी सुखद अनुभूति हो रही है, क्योंकि रोजाना की मजदूरी से यह काम बहुत अलग है। इस काम को करके राष्ट्र के प्रति भक्ति का बोध हो रहा है।

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