किसी को चाहिये पेंशन तो कोई ढूंढ़े रोजगार

करीब आधे घंटे विलंब से चल रही ट्रेन हॉर्न बजाते हुए ट्रेन जैसे ही प्लेटफॉर्म पर आकर रुकती है ट्रेन में जगह बनाने के लिए यात्रियों में आपाधापी मच जाती है। खचाखच भीड़ में हमने भी किसी तरह से ट्रेन में अपनी जगह बना ली। ट्रेन चलने के साथ ही पेंशनर्स राजेन्द्र सिंह अपने सामने की सीट पर बैठे सहयात्री से कहते हैं कि मेरे बेटे की नौकरी इसी साल हाई स्कूल शिक्षक के रूप में हुई लेकिन नई सेवा में पेंशन बंद कर सरकार ने गलत किया है। पेंशन व्यवस्था दोबारा शुरू होनी चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 07:00 AM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 07:00 AM (IST)
किसी को चाहिये पेंशन तो कोई ढूंढ़े रोजगार
किसी को चाहिये पेंशन तो कोई ढूंढ़े रोजगार

अरविद कुमार, हंसडीहा :

हंसडीहा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या दो पर गुरुवार दोपहर यात्रियों की भीड़ हंसडीहा-भागलपुर डीएमयू पैसेंजर में सवार होने के लिए पहुंचती है। करीब आधे घंटे विलंब से चल रही ट्रेन हॉर्न बजाते हुए ट्रेन जैसे ही प्लेटफॉर्म पर आकर रुकती है, ट्रेन में जगह बनाने के लिए यात्रियों में आपाधापी मच जाती है। खचाखच भीड़ में हमने भी किसी तरह से ट्रेन में अपनी जगह बना ली। ट्रेन चलने के साथ ही पेंशनर्स राजेन्द्र सिंह अपने सामने की सीट पर बैठे सहयात्री से कहते हैं कि मेरे बेटे की नौकरी इसी साल हाई स्कूल शिक्षक के रूप में हुई लेकिन नई सेवा में पेंशन बंद कर सरकार ने गलत किया है। पेंशन व्यवस्था दोबारा शुरू होनी चाहिए। बुजुर्ग की बात सुन तपाक से मुकेश जायसवाल ने कहा कि एक तो देश में बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है। सरकारी नौकरी मिलनी मुश्किल होती जा रही है और आपको पेंशन चाहिए। इसपर राजनीति बंद होनी चाहिए। पहले बेरोजगारी कैसे खत्म हो सरकार इसपर ध्यान दे। सिलीगुड़ी जा रही अपनी मां को ट्रेन में चढ़ाने जा रहूं हंसडीहा निवासी विवेक कहते हैं कि देश में बेरोजगारी एक बहुत बड़ा मुद्दा है। इस मुद्दे पर सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए, लेकिन खुशी भी है कि झारखंड में पिछले एक साल में कई लोगों को नौकरी मिली। ट्रेन में बैठी गृहणी जानकी देवी सरकार के कामकाज से प्रभावित दिखाई दी। कहा कि सरकार ने मुफ्त में गैस कनेक्शन देकर महिलाओं का दिल जीत लिया। सभी की चर्चा सुन रहे सियाराम में नेताओं की बेरुखी के प्रति रोष दिखाई दिया। उनका कहना था कि अरे चुनाव बाद तो दिखते भी नहीं नेताजी। उनकी बात को काटते हुए मुकेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने देश का मान विश्व में भी बढ़ाया है।

ट्रेन मंदारहिल स्टेशन पर पहुंचती है और यहां पर मैं भी डिब्बा बदल दूसरे डिब्बे में सवार हो लेता हूं। यहां पहले से ही चुनावी माहौल गर्माया हुआ था तो मैं भी इस चर्चा में शामिल हो गया। चुनावी चर्चा में मशगूल युवा नदीम ने बताया कि केंद्र सरकार ने नागरिक संशोधन बिल लाकर देश में आपसी मतभेद कायम करने का काम करने जा रही है जो गलत है। इससे विश्व मे भारत की छवि को लेकर गलत संदेश जाएगा। नेताओं की ओर से सिर्फ जुमलेबाजी की जाती है। नदीम की बात सुन रही मिर्जापुर की महिला शोभा देवी ने बीच मे टोकते हुए कहा कि केंद्र सरकार को गलत ठहराना एकदम से गलत है। सरकार ने कई काम किये जो आज तक कांग्रेस नहीं कर पाई। मजदूरी करने भागलपुर जा रहे जावेद का कहना था कि सरकार को मजदूरों के लिए भी कार्य करने चाहिए। बाराहाट जंक्शन पर हमारा सफर समाप्त होता है। चुनावी चर्चा के दौरान यह निष्कर्ष निकला कि बेरोजगारी आज की सबसे बड़ी समस्या है।

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