असहाय बच्चों की देखभाल को मिलती आíथक मदद

दुमका : राजकीय कन्या मध्य विद्यालय बाबूपाड़ा में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा बच्चों को स्पॉसरशिप एवं फोस्टर केयर स्कीम के तहत विषम परिस्थितियों में रहनेवाले परिवार एवं उनके बच्चों को दी जानेवाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Dec 2018 06:12 PM (IST) Updated:Sat, 15 Dec 2018 06:12 PM (IST)
असहाय बच्चों की देखभाल को मिलती आíथक मदद
असहाय बच्चों की देखभाल को मिलती आíथक मदद

दुमका : राजकीय कन्या मध्य विद्यालय बाबूपाड़ा में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा बच्चों को स्पॉसरशिप एवं फोस्टर केयर स्कीम के तहत विषम परिस्थितियों में रहनेवाले परिवार एवं उनके बच्चों को दी जानेवाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाशचंद्र ने बताया कि ऐसे परिवार जो कि जोखिम पूर्ण परिस्थिति में रह रहे हैं तथा अपने बच्चों का अर्थाभाव के कारण अथवा असाध्य बीमारी के कारण सही से लालन-पालन नहीं कर पा रहे हैं वैसे परिवार एवं वैसे बच्चों को स्पांसरशिप एवं पोस्टर केयर स्कीम का लाभ दिया जाता है। स्पांसरशिप स्कीम का लाभ वैसे परिवारों को दिया जाता है जो कि अपने कमजोर आíथक स्थिति के कारण अपने बच्चों को अपने पास रखने को तैयार हैं ¨कतु गरीबी के कारण अपने बच्चों का सही से इलाज अथवा शिक्षा प्रदान करने में सक्षम नहीं हैं। इस स्कीम के तहत ऐसे बच्चों को 2000 रुपये तीन साल तक के लिए दिया जाता है। यह एक तात्कालिक आíथक सहायता है ताकि बच्चे सेफ्टी नेट में रह सकें। बाल कल्याण समिति के सदस्य रमेश प्रसाद साह ने फोस्टर ईयर स्कीम के बारे में बताया कि इसके तहत ऐसे बच्चे जिसके माता-पिता नहीं हैं अथवा किसी असाध्य बीमारी से ग्रसित हैं और ऐसे बच्चों को कोई फिट पर्सन सुरक्षा, संरक्षण, देखभाल व चिकित्सा एवं शिक्षा प्रदान करने को तैयार हैं तो ऐसे परिवार को 2000 रुपये तीन साल तक के लिए एक तात्कालिक आíथक सहायता उपलब्ध कराया जाता है। पीएलवी राजेश कुमार साह एवं उत्तम दास ने बच्चों से संबंधित कानूनों जैसे बाल विवाह, बाल श्रम एवं मानव व्यापार से संबंधित कानूनों की बारीकियों के संबंध में बताया।

इस जागरूकता कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रेखा खान एवं शिक्षिका कल्पना कुमारी, सलोमी मुर्मू, शाहीन परवीन एवं विद्यालय के तमाम बच्चे एवं बच्चियां उपस्थित थीं।

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