हुनर हासिल करने के बाद अब आर्थिक स्वावलंबन की ओर बढ़ें महिलाएं
इंडियन बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण
हुनर हासिल करने के बाद अब आर्थिक स्वावलंबन की ओर बढ़ें महिलाएं
संवाद सूत्र, चिकनियां (दुमका) : इंडियन बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान जामा की ओर से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का 13 दिवसीय कास्टयूम ज्वेलरी उद्यमी के लिए निश्शुल्क रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण का समापन सोमवार को हुआ। इसमें जेएसएलपीएस दुमका के तीन प्रखंड जामा, सरैयाहाट एंव जरमुंडी की 26 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। इस अवसर पर आरसेटी कि निदेशक अनिल कुमार मिश्रा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रंग-बिरंगी चूड़ियां महिलाओं को आकर्षित करती है। इनका भारतीय संस्कृति से अटूट रिश्ता है। उन्होंने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर वह हुनरमंद बन चुकी हैं। अब अपना रोजगार स्थापित कर परिवार को आर्थिक सहयोग प्रदान करें। महिलाओं को कास्टयूम ज्वेलरी उद्यमी के साथ साथ आय में बढ़ोत्तरी करने व बचत करने, बीमा व अन्य शासकीय योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। महिला प्रशिक्षिका नीमू देवी ने सभी प्रशिक्षुओं को कास्टयूम ज्वेलरी के तहत ईयर रिंग, गले का सेट, मंगल सूत्र एवं लाह से बनी अनेक प्रकार के कंगन सेट, जयपुरिया बाला सेट, थ्री पीस एड नग सेट, चुडा ब्रेसलेट सेट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वरिष्ठ संकाय सदस्य उत्पल कुमार लाहा ने कहा कि प्रशिक्षण के पश्चात प्रचार प्रसार कर ग्राहकों को आकर्षित करें और एक सफल उद्यमी बनकर अधिक से अधिक आय करें। मौके पर कार्यालय सहायक अभिषेक कुमार ने बताया कि आरसेटी के माध्यम से 18 से 45 वर्ष के बेरोजगार युवक-युवतियों की पहचान कर उनके इच्छानुसार चयनित विषय पर निश्शुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है।