Giridih Bee Attack: गावां के बघजंत गांव में दो मासूम भाइयों की माैत, एक सप्ताह में चार की गई जान

Giridih Bee Attack बघजंत निवासी नारायण भूला के 12 वर्षीय पुत्र उत्तम भूला व 10 वर्षीय पुत्र गौतम भूला पास के ही देवानी जंगल में बकरी चराने गए थे। इसी बीच वे पत्ते तोड़ने के लिए एक पेड़ पर चढ़े जहां मधुमक्खियों के झुंड ने उन पर हमला बोल दिया।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 02:38 PM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 02:42 PM (IST)
Giridih Bee Attack: गावां के बघजंत गांव में दो मासूम भाइयों की माैत, एक सप्ताह में चार की गई जान
मधुमक्खियों के हमले में दोनों भाइयों की माैत के बाद जुटे ग्रामीण ( फोटो जागरण)।

जागरण संवाददाता, गिरिडीह। गावां प्रखंड की निमाडीह पंचायत अन्तर्गत बघजंत गांव में मधुमक्खियों के हमले से दो मासूम बच्चे की मौत हो गई है। मासूमों को बचाने गए अन्य चार लोग भी घायल हो गए। घटना मंगलवार की देर शाम की है। बघजंत निवासी नारायण भूला के 12 वर्षीय पुत्र उत्तम भूला व 10 वर्षीय पुत्र गौतम भूला पास के ही देवानी जंगल में बकरी चराने गए थे। इसी बीच वे पत्ते तोड़ने के लिए एक पेड़ पर चढ़े, जहां मधुमक्खियों के झुंड ने उन पर हमला बोल दिया। उन पर पर मधुमक्खीयों के झुंड का हमला होते देख उनकी बुआ मलवा देवी, फूफा अर्जुन भुला और फुफेरी बहन सोनी कुमारी व करिश्मा कुमारी जब पहुंचे तो मधुमक्खियों के झुंड ने उन्हें भी अपनी चपेट में ले लिया, जिससे वे बुरी तरह घायल हो गए। किसी तरह वे लोग दोनों बच्चों को लेकर घर पहुंचे। जहां देर रात दोनों की स्थिति गंभीर हो गई। बुधवार सुबह दोनों को अस्पताल ले जाया जा रहा था। इस दौरान रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

दो की माैत के बाद गांव में पसरा मातम

घटना से पूरे क्षेत्र में मधुमक्खियों का खौफ हो गया है। इससे पूर्व भी तीसरी के सिंघो में एक आठ वर्षीय मासूम व गावां के हरला में 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत मधुमक्खियों के काटने से हो चुकी है। इस घटना के बाद बघजंत गांव में मातम पसरा हुआ है। लोगों में मधुमक्खियों का खौफ सिर चढ़कर बोल रहा है। 

बिरनी के प्रवासी मजदूर की मुंबई में रेल से कटकर मौत

गिरिडीह के बिरनी के चौंगाखार निवासी रामेश्वर महतो के 30 वर्षीय पुत्र प्रवासी मजदूर अजय यादव की मुंबई के चुन्नाभट्टी के पास मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे रेल से कट कर मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया । स्वजन दहाड़ मारकर रोने बिलखने लगे। आवाज सुनकर ग्रामीण रामेश्वर महतो के घर पहुंचे। तब घटना की जानकारी हुई। इस घटना से पूरे गांव में मातम छा गया है। मृतक अजय अपने पीछे वृद्ध माता-पिता व पत्नी तथा दो छोटे-छोटे पुत्र को छोड़ गया है। मुंबई में रह रहे बड़े भाई संजय यादव व गांव के ही शम्भू यादव, बीरेन्द्र यादव, पवन यादव आदि का कहना है कि अचानक चार-पांच दिन से अजय की मानसिक स्थिति खराब हो गई थी। वह मानसिक रोगी जैसा करने लगा। मुंबई से घर लाने के लिए मंगलवार शाम सात बजे ट्रेन पर बैठते, लेकिन दिन को करीब तीन बजे वह रूम से निकलकर भागने लगा। उसे पकड़ने के लिए उसका पीछा किया, लेकिन रेल लाइन में जाकर कट गया। शव को पुलिस उठाकर मुंबई रेल थाना ले गई। वहां पर पूरी प्रक्रिया होने के बाद बुधवार को शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया। स्वजनों को शव लाने के लिए चिंता सताने लगी है। वहां पर रह रहे लोग शव को घर लाने में जुटे हैं।

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