पांच महीने से बगैर वेतन के काम कर रहे हैं परिवहन विभाग के ऑपरेटर Dhanbad News

पांच महीने से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। कंपनी के अकाउंटेंट का उपलब्ध नंबर लगता नहीं है। पदाधिकारी लगातार वेतन मिलने का आश्वासन दे रहे हैं पर अभी तक इस मामले में कुछ भी नहीं हुआ है। अब तो परिवार के भरण-पोषण पर भी समस्या आ खड़ी हुई है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 05:05 PM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 05:05 PM (IST)
पांच महीने से बगैर वेतन के काम कर रहे हैं परिवहन विभाग के ऑपरेटर  Dhanbad News
पांच महीने से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। कंपनी के अकाउंटेंट का उपलब्ध नंबर लगता नहीं है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

धनबाद, जेएनएन : पांच महीने से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। कंपनी के  अकाउंटेंट का उपलब्ध नंबर लगता नहीं है। पदाधिकारी लगातार  वेतन मिलने का आश्वासन दे रहे हैं, पर अभी तक इस मामले में  कुछ भी नहीं हुआ है। अब तो परिवार के भरण-पोषण पर भी समस्या आ खड़ी हुई है। कैसे होगा गुजारा। यह दर्द परिवहन विभाग में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटरों का है। ये सभी कंप्यूटर ऑपरेटर जिला परिवहन कार्यालय झारखंड सरकार के द्वारा  आउटसोर्सिंग कंपनी लुमिनस इंफोवेज प्राइवेट लिमिटेड एवं एसपीसी स्पोर्ट्स के कर्मचारी हैं। इसमें पूरे राज्य के विभिन्न जिलों में 176 कर्मचारी कार्यरत है। इनके वेतन का भुगतान  नहीं करने और पीएफ तथा ईएसआई की राशि नहीं जमा करने के कारण अब ये ऑपरेटर आर्थिक तंगी के साथ-साथ अपने को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। धनबाद जिला परिवहन कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक कुमार पांडे ने बताया कि हम लोगों को पांच माह से वेतन नहीं मिला है। वही पीएफ तथा ईएसआई का पैसा भी जमा नहीं हो रहा है। जिसके कारण आर्थिक तंगी आ गई है अब तो घर चलाना भी मुश्किल हो गया है। इस संबंध में कई बार कंपनी के पदाधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई जब अकाउंटेंट से बात करने का प्रयास करते हैं तो फोन डिस्कनेक्ट हो जाता है। ऐसा लगता है, कि हमारे मोबाइल नंबर को ब्लॉक कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर ऑपरेटर  के पद पर कार्यरत  कर्मियों का पैसा  कंपनी झारखंड सरकार से ले चुकी है। उसके बावजूद कंपनी ने ना तो पेमेंट किया और ना ही पीएफ तथा ईएसआई में रुपया जमा किया। दीपक कुमार पांडे ने बताया कि कंपनी के संबंध में पता चला है  कि अब तो उसका कॉन्ट्रैक्ट भी खत्म हो गया है। इस संबंध में श्रमाआयुक्त को कंपनी के विरुद्ध शिकायत भी की गई है। वहीं जिला परिवहन पदाधिकारी ओम प्रकाश यादव ने बताया कि ऑपरेटरों की समस्या को देखते हुए आउटसोर्सिंग कंपनी से वेतन देने कथा पीएफ और ईएसआई का लाभ देने के संबंध में पत्राचार किया गया है। वहीं इसकी जानकारी मुख्यालय स्तर पर भी भेजी गई है।

chat bot
आपका साथी