हादसे में दो डॉक्टर समेत तीन की मौत के बाद दिखा धनबाद पुलिस का क्रूर चेहरा

मृतकों के परिजन डीसी, एसएसपी और हाइवा मालिक बुलाने की मांग कर रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 12:44 PM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 12:55 PM (IST)
हादसे में दो डॉक्टर समेत तीन की मौत के बाद दिखा धनबाद पुलिस का क्रूर चेहरा
हादसे में दो डॉक्टर समेत तीन की मौत के बाद दिखा धनबाद पुलिस का क्रूर चेहरा

धनबाद, जेएनएन। डीआरएम चौक पर मंगलवार की देर रात सड़क हादसे में पीएमसीएच धनबाद में औषधि विभाग के हेड डॉ. श्याम सुंदर साह, उनकी पुत्री डॉ. अभिलाषा और चालक साजिद अंसारी की मौत के बाद पुलिस का क्रूर चेहरा दिखा। हादसे के बाद मृतकों के परिजन डीसी, एसएसपी और हाइवा के मालिक को बुलाने की मांग कर रहे थे। मृतकों के परिजन आक्रोशित थे। आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत करने के बजाय धनबाद थाने में पदस्थापित दारोगा सुनील सिंह ने पिस्टल तान दी। इससे लोगों का आक्रोश और भड़क गया। दारोगा के घटनास्थल से हटने के बाद लोगों का आक्रोश कम हुआ।

नो एंट्री में कैसे हुई हाइवा की एंट्री: घटना के बाद पहुंचे लोगों का सवाल था कि नो एंट्री लागू होने के बावजूद हाइवा रात 10:30 बजे ही कैसे शहर में प्रवेश कर गया। जबकि रात के 11 बजे तक नो एंट्री रहती है। वे घटना के लिए लापरवाह लोगों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। वे काफी आक्रोशित थे। इस दौरान वहां लोगों की पुलिसकर्मियों से बकझक हो गई। माहौल बिगड़ता देख वहां तैनात धनबाद थाने का दारोगा सुनील सिंह ने भीड़ पर पिस्टल निकालकर तान दी। इससे लोग और भड़क गए। लोग पुलिस से उलझ पड़े। वे पिस्टल ताननेवाले दारोगा पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे थे। बाद में कुछ लोगों ने पूजा टॉकीज के पास सड़क जाम कर दिया। इससे शहर में वाहनों का परिचालन ठप पड़ गया। दारोगा के घटनास्थल से खिसक जाने के बाद लोग शांत हुए।

गाड़ी में फंसकर कराहता रहा चालक, लोग बनाते रहे वीडियो: डीआरएम चौक पर मंगलवार रात हुए सड़क हादसे के बाद कुछ लोगों ने बेहद असंवेदनशीलता का भी परिचय दिया। घटना के बाद मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई थी। इनमें काफी कार में फंसे लोगों को निकालने की मशक्कत में जुटे थे पर काफी ऐसे भी लोग थे जो मदद करने के बजाय कार में फंसे लोगों का वीडियो बनाने में जुटे थे। इसके कारण फंसे लोगों को निकालने में जुटे लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। कार में सबसे बुरी तरह चालक साजिद अंसारी फंसा था। कार में फंसे डॉक्टर की पुत्री, पत्‍‌नी और नाती को तो थोड़ी देर की मशक्कत के बाद पुलिस ने लोगों के सहयोग से बाहर निकाल लिया लेकिन चालक साजिद अंसारी का पैर बुरी तरह अंदर फंस गया था। कार के काफी कल पूर्जे हटाने के बाद भी उसे निकालने में सफलता नहीं मिल रही थी। दर्द से कराहता चालक काफी देर तक मदद की गुहार लगाता रहा। उसे निकालने का भी काफी लोग प्रयास कर रहे थे लेकिन वहीं मौजूद कुछ लोग मदद की बजाय वीडियो बनाने में जुटे रहे। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद कार में फंसे चालक को निकालने में सफलता मिली लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

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