आतंकी फंडिंगः पाकिस्तान से हर सप्ताह आते हैं 40 लाख रुपये

हवाला के जरिए पाकिस्तान से आने वाली रकम को खपाया या सही जगह पर पहुंचाया जा रहा है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Mon, 21 Aug 2017 03:22 PM (IST) Updated:Mon, 21 Aug 2017 03:22 PM (IST)
आतंकी फंडिंगः पाकिस्तान से हर सप्ताह आते हैं 40 लाख रुपये
आतंकी फंडिंगः पाकिस्तान से हर सप्ताह आते हैं 40 लाख रुपये

जागरण संवाददाता, धनबाद। हरेंद्र साव के खुलासे और पप्पू के धनबाद छोड़कर फरार होने के बाद यह साफ हो गया है कि हवाला के जरिए पाकिस्तान से आने वाली रकम को खपाने या सही जगह पर पहुंचाने में इनकी बहुत बड़ी भूमिका है। लखीसराय पुलिस के अनुसार इनका पाकिस्तानी लिंक सामने आया है। ये लोग हर हफ्ते विभिन्न बैंक खातों के माध्यम से 40 लाख रुपये का कारोबार करते हैं। 

इनकी कारगुजारियों की जानकारी लेने के लिए लखीसराय पुलिस की पांच सदस्यीय टीम रविवार को धनबाद पहुंची। टीम का नेतृत्व एसडीपीओ पंकज कुमार कर रहे हैं। इनके साथ चानन थाना प्रभारी सुनील झा व अन्य सहयोगी हैं। धनबाद पहुंचने के बाद इस टीम ने सबसे पहले हरेंद्र कुमार से पूछताछ की। सारी कहानी बयां करते हुए उसने कहा, पप्पू साव उसका बड़ा भाई है। पुलिस टीम अब पप्पू साव और इनके चचेरे भाई बिट्टू साव की खोज में लग गई है। हालांकि देर रात तक वह पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है।

मामले को लेकर लखीसराय पुलिस अधीक्षक अरविंद ठाकुर ने बताया कि 2013 में हवाला के जरिए पाकिस्तान से पैसे मंगाने के मामले में ये आरोपी हैं और उसी समय से फरार हैं। वहां से हर हफ्ते 40 लाख रुपया मंगाने की जानकारी मिली है। बताते हैं कि पप्पू अपनी ससुराल गिरिडीह भाग गया है। पुलिस टीम गिरिडीह भी जाएगी। टीम का नेतृत्व कर रहे एसडीपीओ पंकज कुमार ने बताया कि हरेंद्र के खाते से भी राशि का हस्तांतरण किया गया है। सोमवार को उसके बैंक खातों की जांच की जाएगी। पप्पू और बिट्टू की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी रहेगी।

पप्पू को खोजने बर्नपुर पहुंची धनबाद पुलिस

धनबाद व लखीसराय पुलिस दोनों आतंकी संगठन के फंडिंग नेटवर्क से जुड़े पप्पू साव की तलाश कर रही हैं। लखीसराय पुलिस उसके खिलाफ तथ्य जुटाने में लगी हुई है। वहीं, धनबाद पुलिस पप्पू को खोजते हुए रविवार को बर्नपुर पहुंची। वहां पप्पू के बहनोई का निवास स्थान है। पप्पू वहां भी पुलिस के हाथ नहीं लगा। पुलिस ने उसके बहनोई को दो दिनों के अंदर उसे पुलिस के समक्ष हाजिर करने का आदेश दिया है। परिजनों ने भरोसा दिया है कि निर्धारित समय पर पप्पू को पुलिस के सामने पेश कर दिया जाएगा।


अपहरण में है गोपाल का हाथ

यह बात सामने आ चुकी है कि पप्पू, राजू, बिट्टू व जितेंद्र मटकुरिया विकास नगर निवासी गोपाल गोयल के लिए काम करते थे। पप्पू के अपहरण कांड में पुलिस गोयल का हाथ होने की संभावना की भी जांच कर रही है। हरेंद्र के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में गोपाल गोयल का जिक्र नहीं है, परंतु पुलिस पूछताछ में उसने गोयल से संबंध होने की बात कबूल की है। इस बीच, लखीसराय पुलिस ने कहा कि गोपाल जेल से बाहर है और पप्पू के अपहरण में उसका हाथ हो सकता है।

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