Covid-19 Impact: कैलेंडर के हिसाब से सरकारी स्कूलों के बच्चे करेंगे ऑनलाइन पढ़ाई, इस तरह होगा मूल्यांकन
Covid-19 Impact डिजिटल शैक्षिक सामग्र्री के निर्माण हेतु विषयवार रिसोर्स ग्रुप का निर्माण किया जाएगा एवं गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक सामग्री तैयार की जाएगी। आइसीटी विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालयों के साथ जोड़ते हुए रोस्टर का निर्माण किया जाएगा। उत्कृष्ट उपलब्धि सुनिश्चित करने वाले प्रखंड एवं जिले के पदाधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा।
धनबाद, जेएनएन। कोविड संक्रमण से उपजे हालात के बीच भले ही स्कूल बंद है पर पढ़ाई जारी है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी न रह जाए इसके लिए साप्ताहित कैलेंडर तैयार किया जाएगा। यह कैलेंडर कक्षावार होगा। केवल इतना ही नहीं बच्चों को पढ़ाई कितनी समझ में आ रही है, उन्हें जो पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है, उसका ठीक ढंग से अध्ययन कर पा रहे हैं या नहीं, शिक्षक उन्हें समझाने में कामयाब हो रहे हैं या नहीं, इन सभी चीजों का आंकलन भी किया जाएगा। यह आंकलन प्रत्येक सप्ताह के अंत में किया जाएगा। इसके लिए बच्चों का टेस्ट लिया जाएगा जिसमें उनसे एक सप्ताह के दौरान पढ़ाए जाने वाले चैप्टर से पूछा जाएगा। आंकलन से यह पता चलेगा कि कितने प्रतिशत बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं और कितने बच्चे इससे दूर हैं। यदि वे दूर हैं तो फिर उनके कारणों को खेाजा जाएगा।
ऑनलाइन कक्षा में बच्चों की निरंतर उपस्थिति बनी रहे इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित भी किया जाएगा। जेसीईआरटी द्वारा डिजिटल शैक्षिक सामग्र्री के निर्माण हेतु विषयवार रिसोर्स ग्रुप का निर्माण किया जाएगा एवं गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक सामग्री तैयार की जाएगी। वहीं आइसीटी विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालयों के साथ जोड़ते हुए रोस्टर का निर्माण किया जाएगा। फिर ऑनलाइन टेस्ट की व्यवस्था की जाएगी। वहीं डिजिटल शिक्षण को उत्कृष्ट बनाने और डिजिटल शैक्षिक सामग्री तैयार करने वाले शिक्षकों का कक्षावार, विषयवार ऑनलाइन प्रतियोगिता कराया जाएगा। इसी प्रकार उत्कृष्ट उपलब्धि सुनिश्चित करने वाले प्रखंड एवं जिले के पदाधिकारियों को सम्मानित भी किया जाएगा।