सभी उपभोक्ताओं के लिए सिगल स्पॉट कोयला नीलामी का प्रस्ताव
कोल इंडिया लिमिटेड को अपनी स्थापना के बाद से पहली बार सरप्लस कोयला को निर्यात करने की अनुमति देने का प्रस्ताव दिया है जबकि राज्य के स्वामित्व वाले खनिक द्वारा विभिन्न उपभोक्ताओं के लिए एक एक्सचेंज पर ट्रेडिग के लिए सभी स्पॉट नीलामी आयोजित की जाती है।
जागरण संवाददाता, धनबाद :
कोल इंडिया लिमिटेड को अपनी स्थापना के बाद से पहली बार सरप्लस कोयला को निर्यात करने की अनुमति देने का प्रस्ताव दिया है, जबकि राज्य के स्वामित्व वाले खनिक द्वारा विभिन्न उपभोक्ताओं के लिए एक एक्सचेंज पर ट्रेडिग के लिए सभी स्पॉट नीलामी आयोजित की जाती है। कोल इंडिया उत्पादित कोयला जो की भारत में नहीं बेचा जा सका उसके लिए एक विशेष ई-नीलामी प्रकिया स्थापित करने पर विचार कर रही हैं । कोयला मंत्रालय ने कोल इंडिया के सभी कोयला उपभोक्ताओं के लिए एकल नीलामी ट्रेडिग प्लेटफॉर्म का भी प्रस्ताव रखा है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि बिजली और गैर-बिजली उपभोक्ताओं जो लंबे समय तक लिकेज से जुडे हैं उनके लिए कोयले का मूल्य अपरिर्वतित रहेगा। वर्तमान में, कोल इंडिया बिजली उपभोक्ताओं, गैर-बिजली उपभोक्ताओं और कोयला आयातकों को कई विशेष नीलामी के माध्यम से अपने कोयले का 20-25 फीसद बेचती है। कोल इंडिया को एकल ई-नीलामी की अनुमति देने के प्रस्ताव को वर्तमान नीति में बदलाव और केंद्रीय मंत्रिमंडल से अनुमोदन की आवश्यकता होगी । बताया जाता है कि अगले साल सीआइएल ने 740 मिलियन टन कोयले के उत्पादन का लक्ष्य रखा है, जो अब पर्याप्त कोयला उपलब्धता सुनिश्चित करता है। कोल इंडिया ने 68.3 मिलियन टन की बुकिग के साथ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-नवंबर में ई-नीलामी की बिक्री में 77 फीसद की वृद्धि दर्ज की। हर कंपनी में यह व्यवस्था लागू करने को लेकर अध्ययन शुरू हो गया है। इस पर सेल्स एंड मार्केटिग विभाग के साथ वित्तीय विभाग भी नजर बनाए हुए।