जल, जंगल व जमीन के बगैर मनुष्य की नहीं की जा सकती कल्पना

गोविदपुर : आरएस मोर कॉलेज गोविदपुर में राष्ट्रीय स्वाभिमान ट्रस्ट के संस्थापक व संरक्षक केएन गोविदाच

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Feb 2020 09:43 PM (IST) Updated:Tue, 04 Feb 2020 09:43 PM (IST)
जल, जंगल व जमीन के बगैर मनुष्य की नहीं की जा सकती कल्पना
जल, जंगल व जमीन के बगैर मनुष्य की नहीं की जा सकती कल्पना

गोविदपुर : आरएस मोर कॉलेज गोविदपुर में राष्ट्रीय स्वाभिमान ट्रस्ट के संस्थापक व संरक्षक केएन गोविदाचार्य ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सृष्टि जल, जंगल व जमीन से ही संभव है। इन तीनों के बगैर मनुष्य की कल्पना नहीं की जा सकती। विकास की अंधाधुंध दौड़ में इनका संरक्षण अति आवश्यक हो गया है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में आप छात्रों को नोबेल पुरस्कार के लिए नामित ग्रेटा थनवर्ग से प्रेरणा लेनी चाहिए। पौधारोपण पूरे समाज का कर्तव्य है। इसी से पर्यावरण संरक्षण संभव है। भारत जैव विविधता से समृद्ध देश है। इस विविधता को कायम रखना हमारी जिम्मेदारी है। कहा कि सभी धर्मों का आदर व सम्मान ही देश को प्रगति के रास्ते पर उन्मुख कर सकता है। भारतीय संस्कृति का स्वभाव भी सभी का आदर व सम्मान करने का रहा है। इसी संस्कृति को बचाना हमारा कर्तव्य भी है। कॉलेज प्राचार्य डॉ. प्रवीण सिंह ने छात्रों को गोविदाचार्य के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। इनका सारा जीवन देश सेवा में ही बीता है। मौके पर पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष हरि प्रकाश लाटा, राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक शैलेंद्र जी, बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय झा, हरित भारत अभियान के संगठन मंत्री श्री सुरेंद्र सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे ।

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