समीर मंडल हत्याकांड : कोलकाता में छुपकर बैठा है दूसरा शूटर सतीश, गुप्तचरों के माध्यम से तलाश में जुटी पुलिस Dhandab News

जमीन कारोबारी समीर मंडल हत्याकांड का दूसरे शूटर सतीश उर्फ समीर कोलकाता में छुपा हुआ है। पुलिस ने उसकी तलाश में अपने गुप्तचरों को लगा रखा है।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Fri, 20 Mar 2020 02:54 PM (IST) Updated:Fri, 20 Mar 2020 02:59 PM (IST)
समीर मंडल हत्याकांड : कोलकाता में छुपकर बैठा है दूसरा शूटर सतीश, गुप्तचरों के माध्यम से तलाश में जुटी पुलिस Dhandab News
समीर मंडल हत्याकांड : कोलकाता में छुपकर बैठा है दूसरा शूटर सतीश, गुप्तचरों के माध्यम से तलाश में जुटी पुलिस Dhandab News

धनबाद, जेएनएन। जमीन कारोबारी समीर मंडल हत्याकांड का दूसरे शूटर सतीश उर्फ समीर कोलकाता में छुपा हुआ है। छानबीन व मोबाइल कॉल रिकार्ड के आधार पर सतीश का अंतिम टावर लोकेशन कोलकाता ही बताया है। फिलहाल कुछ दिनों से उसका मोबाइल स्वीच ऑफ है। बावजूद पुलिस कोलकाता में अपने गुप्तचरों के माध्यम से सतीश की तलाश कर दी है। पुलिस को यकीन है कि सतीश की गिरफ्तारी के बाद समीर की हत्या में प्रयुक्त दूसरा हथियार बरामद होगा। सतीश के पास से ही हत्या में प्रयुक्त बाइक भी पुलिस को मिलने की संभावना है।

इस कांड में जेल भेजे गए आशीष रंजन के पास से जो देशी पिस्तौल व 7.62 एमएम की दो कारतूस पुलिस के हाथ लगे हैं। उस हथियार से फायरिंग हुई थी इस बिंदु पर जांच की जा रही है। साथ ही समीर की हत्या के दिन गाड़ी से बरामद खोखा व कारतूस से मिलान किया जा रहा है। फिलहाल हत्याकांड में पुलिस को एक ही हथियार मिले हैं, जबकि पुलिस ने दावा किया था कि समीर की हत्या दो हथियार से हुई है। एक हथियार कांड के दूसरे शूटर सतीश उर्फ समीर के पास है।

उक्त हथियार बरामद करने के लिए पुलिस सतीश की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। फिलहाल सतीश धनबाद से फरार है। सूत्रों के अनुसार, जिस दिन से आशीष पुलिस के हत्थे चढ़ा उसी दिन से सतीश घर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस वासेपुर मिल्लत नगर में उसके घर पर छापेमारी की थी। साथ ही जहां भी उसके रिश्तेदार रहते हैंं वहां भी पुलिस उसकी तलाश में पहुंच चुकी थी। मालूम हो कि समीर मंडल हत्याकांड में पुलिस को आठ महीने के बाद सफलता मिली। काफी मशक्कत के बाद पुलिस इस कांड का खुलासा कर पाई है।

ऐसे हुई थी समीर की हत्या

23 जुलाई 2019 को समीर मंडल जमीन के एकरारनामा के लिए धनबाद निबंधन कार्यालय आया था। उसने अपनी कार लुबी सकुर्लर रोड स्थित यात्री सेड के पास लगाई थी। इसी दौरान सतीष और आशीष बाइक लेकर रणधीर वर्मा चौक पहुंचे और समीर मंडल के कोर्ट से लौटने का इंतजार करने लगे। कुछ देर बाद ही समीर लौटा और गाड़ी स्टार्ट कर अपने घर कार्मिक नगर के लिए निकल गया। इसके बाद दोनों उसका पीछा करने लगे और जब वह कार्मिक नगर अपने अपने घर के पास पहुंचनेवाला था, तभी आशीष बाइक उसके कार के आगे खड़ा कर दिया और सतीष ने रिवाल्वर तान दिया। हथियार के भय से समीर ने गाड़ी रोक दी। उसके बाद सतीष बाइक से उतरा और हथियार दिखाकर कार का शीशा खोलने का इशारा किया। जैसे ही समीर ने शीशा खोला सतीश ने उस पर गोली दाग दिया। इसके बाद आशीष रंजन ने भी समीर पर गोली चलाया। गोली लगने के बाद समीर मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसके बाद दोनों हेलमेट पहनकर बाइक से फरार हो गए। 

समीर को सुनसान जगह पर मारने की थी प्लानिंग : समीर को मारने के लिए सुनसान स्थान की तलाश दोनों शूटर कर रहे थे। यही वजह थी कि रणधीर वर्मा चौक से समीर मंडल आराम से अपनी गाड़ी स्टार्ट कर वहां से निकल गया था। पुलिसिया पूछताछ के दौरान आशीष ने बताया कि जब समीर की गाड़ी कार्मिक नगर उसके घर के आसपास पहुंच गई तो उस जगह पर उस वक्त कोई नहीं था और इसी का फायदा उठाकर दोनों ने घटना को अंजाम दिया।

chat bot
आपका साथी