IRCTC/Indian Rail: कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस के तीन कोच के यात्रियों की बदलेंगी सीटें, सफर से पहले ले लें जानकारी

इंतजार खत्म। आज से कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस रोजाना चलेगी। इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए रेलवे ने अहम सूचना जारी की है। अब तक सिर्फ एक स्लीपर कोच के यात्रियों की ही सीट बदलने की संभावना जताई जा रही थी।

By Atul SinghEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 01:40 PM (IST) Updated:Wed, 01 Sep 2021 01:40 PM (IST)
IRCTC/Indian Rail: कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस के तीन कोच के यात्रियों की बदलेंगी सीटें, सफर से पहले ले लें जानकारी
इंतजार खत्म। आज से कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस रोजाना चलेगी। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता, धनबाद: इंतजार खत्म। आज से कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस रोजाना चलेगी। इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए रेलवे ने अहम सूचना जारी की है। अब तक सिर्फ एक स्लीपर कोच के यात्रियों की ही सीट बदलने की संभावना जताई जा रही थी। पर रेलवे ने साफ कर दिया है कि स्लीपर समेत तीन कोच के यात्रियों का सीट नंबर बदल जाएगा। सफर से पहले उन्हें यह जानकारी ले लेनी होगी कि उनका नया सीट नंबर क्या है वरना रास्ते में परेशानी हो सकती है।

क्यों बदलेगा सीट

रेलवे ने पहले कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस को सप्ताह में चार दिन चलाने की अनुमति दी थी। अब यह ट्रेन प्रतिदिन चलेगी। फेरे नियमित करने के साथ ही इस ट्रेन को एलएचबी कोच के साथ चलाने की भी मंजूरी मिली है। पर एलएचबी के दो रैक मिले हैं। तीन रैक पुराने ही हैं। ऐसे में रैक की उपलब्धता के मुताबिक किसी दिन एलएचबी कोच तो किसी दिन पुराने नीले रंग की कोच के साथ ही ट्रेन चलेगी। एलएचबी कोच में स्लीपर के 10 कोच जुड़ेंगे जबकि पुराने कोच वाली ट्रेन में 11 स्लीपर रहेंगे। जिस दिन एलएचबी कोच के साथ ट्रेन चलेगी। उस दिन स्लीपर के एस-11 कोच के यात्रियों की सीटें बदल जाएंगी। उन्हें स्लीपर के अलग-अलग कोच में शिफ्ट किया जाएगा। सिर्फ स्लीपर ही नहीं डीएल-वन और डीएल-2 कोच के यात्रियों को सेकेंड सीटिंग के कोच में जगह दी जाएगी। वैसे यात्री जो पहले से टिकट बुक करा चुके हैं, केवल उनकी सीटों की ही अदला-बदली होगी। ताजा बुकिंग टिकटों पर ऐसी समस्या नहीं आएगी।

मोबाइल पर आएगा एसएमएस

यात्रियों को बदली गई सीट ढूंढ़ने में परेशानी न हो इसके लिए आरक्षण चार्ट बनने के बाद उनके मोबाइल पर एसएमएस के जरिए भी सीट की जानकारी दी जाएगी। कभी-कभी एसएमएस आने में देर भी हो जाती है। लिहाजा, यात्रियों को खुद से भी पीएनआर चेक करने के बाद भी ट्रेन पर सवार होना बेहतर होगा।

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