दक्षिण में भगवान का दर्जा तो उत्तर में भी किसी से कम नहीं क्रेज, ऐसे हैं रजनीकांत

Happy Birthday Rajinikanth यूं तो रजनीकांत दक्षिण के फिल्मों के सुपरस्टार हैं। वहां उन्हें भगवान का दर्जा प्राप्त है। लेकिन उत्तर भारत यानी हिंदी भाषी राज्यों में भी रजनीकांत का क्रेज किसी से कम नहीं है। उन्होंने हिंदी फिल्मों में काम कर अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 12 Dec 2021 08:09 AM (IST) Updated:Sun, 12 Dec 2021 12:25 PM (IST)
दक्षिण में भगवान का दर्जा तो उत्तर में भी किसी से कम नहीं क्रेज, ऐसे हैं रजनीकांत
दक्षिण के फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। Happy Birthday Rajinikanth दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत आज रविवार को अपना 71वां दिन दिवस मना रहे हैं। उनका जन्म 12 दिसंबर, 1950 को हुआ था। उनकी लोकप्रियता का आलम यह है कि सोशल मीडिया में टाप पर ट्रेंड कर रहे हैं।  यूं तो रजनीकांत दक्षिण के फिल्मों के सुपरस्टार हैं। वहां उन्हें भगवान का दर्जा प्राप्त है। लेकिन उत्तर भारत यानी हिंदी भाषी राज्यों में भी रजनीकांत का क्रेज किसी से कम नहीं है। उन्होंने हिंदी फिल्मों में काम कर अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है। उनकी हर गतिविधियों पर उत्तर भारत के लोगों की भी नजर रहती है। उनके जन्म दिन पर झारखंड के लोग भी उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से बधाई दे रहे हैं।

Tamil Nadu: Fans of Rajinikanth gather outside his residence in Chennai, as the actor celebrates his 71st birthday today pic.twitter.com/5JNElVlxjn— ANI (@ANI) December 12, 2021

रजनीकांत को किसी पहचान की जरूरत नहीं

साउथ फिल्म इंडस्ट्री से बॉलीवुड तक अपनी शानदार और दमदार एक्टिंग से लोगों के दिलों पर राज करने वाले एक्टर रजनीकांत को किसी पहचान की जरुरत नहीं है। उन्हें साउथ में तो थलाइवा और भगवान कहा जाता है। फिल्मों में उनकी दमदार एक्टिंग के लिए दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड समेत बड़ी संख्या में प्रसिद्ध सम्मान मिल चुके हैं। रजनीकांत का जन्‍म 12, दिसंबर, 1950 में बेंगलुरू में रहने वाले एक मराठी परिवार में हुआ था, हालांकि उनका परिवार आर्थिक रुप से अच्छा नही था जिस वजह से वो बेंगलुरू ट्रांसपोर्ट सर्विसेज में कंडक्टर बन गए। 

"என் மாருமேல சூப்பர் ஸ்டார்"

80's பில்லாவும் நீங்கள் தான்

90's பாட்ஷாவும் நீங்கள் தான்

2k அண்ணாத்த நீங்கள் தான். சினிமா பேட்டையோட ஒரே சூப்பர் ஸ்டார் தலைவா @rajinikanth அவர்களுக்கு இனிய பிறந்தநாள் வாழ்த்துகள் #HBDSuperstarRajinikanth #SuperstarRajinikanth #ரஜினிகாந்த் pic.twitter.com/Tstolu51RB— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) December 12, 2021

कंडेक्टर का काम छोड़ शुरू किया एक्टिंग

कंडेक्‍टर के रूप में काम करते हुए रजनीकांत को ये आभास हुआ है उनमें कई सारी खूबियां है और इसी वजह से उन्होंने ये नौकरी छोड़ दी और एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद 1974 में मद्रास फिल्‍म इंस्टिट्यूट में दाखिला ले लिया, कन्‍नड़ बोलने वाले रजनीकांत ने तमिल बोलना भी सीखा। तमिल सिखने के बाद रजनीकांत को 1975 में आयी फिल्‍म अपूर्वा रागंगाल में एक सपोटिंग रोल मिला। इस फिल्‍म के डायरेक्‍टर थे के बालाचंद्र, जिन्‍हें रजनीकांत अपना गुरू मानते हैं। 1975 से 77 के बीच रजनीकांत ने ज्‍यातार फिल्‍मों में कमल हासन के साथ विलेन की भूमिकाएं की। इसके बाद रजनीकांत ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक कई सुपहिट फिल्में दी। उनका अलग स्टाइल उनकी पहचान बन गई। जल्द ही अपने बोलने के अलग अंदाज और दमदार अभिनय की बदौलत वह साउथ सिनेमा के सुपस्टार बन गए।  देश ही नहीं विदेशों में भी रजनीकांत के स्टाइल की कापी होने लगी।

Wishing the #Thalaiva @rajinikanth sir a very happy birthday. You are one of the biggest stars I have met and yet an extremely humble person. May you live a long and happy life ahead! 🎂 pic.twitter.com/m8RFDOKB2I— Madhuri Dixit Nene (@MadhuriDixit) December 12, 2021

बालीवुड में नहीं मिली अपेक्षित सफलता

रजनीकांत ने बॉलीवुड में फिल्‍म अंधा काूनन (1983) से शुरुआत की लेकिन यह फिल्‍म बॉक्‍स ऑफिस पर कोई कमाल नहीं कर पाई। इसके अलावा वह कई हिंदी फिल्‍मों जैसे चालबाज, उत्तर-दक्षिण, गिरफ्तार, और सुपहिट फिल्‍म हम में भी अहम भूमिका निभाई।

दादा साहेब फाल्के और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित

सिनेमा जगत को बेहतरीन फिल्में देने वाले रजनीकांत को 2014 में 6 तमिलनाड़ु स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स से सम्मानित किया जा चुका है। इनमें से चार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और दो स्पेशल अवार्ड्स फॉर बेस्ट एक्टर के लिए दिए गए थे। उन्हें साल 2000 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था। 2014 में 45 वें इंटरनेश्नल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में रजनीकांत को सेंटेनरी अवॉर्ड फॉर इंडियन फिल्म पर्सनेलिटी ऑफ द ईयर से भी सम्मानित किया गया था। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। 

       रजनीकांत के बारे में कुछ प्रमुख बातें रजनीकांत के बचपन का नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है। उनके पिता रामोजी राव गायकवाड़ एक हवलदार थे। आठ साल की उम्र में रजनीकांत के सर से मां का साया उठ गया।  रजनीकांत ने बेंगलुरू परिवहन सेवा (बीटीएस) का एक मामूली बस कंडक्टर और कुली का काम करना शुरू कर दिया।  फिल्मों में काम करने के लिए रजनीकांत ने कंडक्टर की नौकरी को छोड़ के चेन्नई के अद्यार फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया।  रजनीकांत ने फिल्मों में इंट्री बालाचंदर निर्देशित तमिल फिल्म ‘अपूर्वा रागंगाल’ (1975) से हुई, जिसमें वह खलनायक बने थे और इस फिल्म के बाद उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया था।  रजनीकांत को तेलुगू फिल्म ‘छिलाकाम्मा चेप्पिनडी’ (1975) में उन्हें पहली बार हीरो का रोल मिला और फिर उन्‍होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।  रजनीकांत ने बॉलीवुड की फिल्मों के साथ अन्य देशों की फिल्मों में भी काम किया है, जिनमें अमेरिका की फिल्में भी शामिल हैं।  -रजनीकांत को साल 2000 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया और साल 2014 में उन्हें छह तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवार्डस से नवाज़ा गया।  बॉलीवुड में उन्होंने ‘मेरी अदालत’, ‘जान जॉनी जनार्दन’, ‘भगवान दादा’, ‘दोस्ती दुश्मनी’, ‘इंसाफ कौन करेगा’, ‘असली नकली’, ‘हम’, ‘खून का कर्ज’, ‘क्रांतिकारी’, ‘अंधा कानून’, ‘चालबाज’, ‘इंसानियत का देवता’ जैसी हिंदी फिल्मों से एक खास मुकाम बनाया है।  उन्होंने 26 फरवरी 1981 को आंध्र प्रदेश के तिरुपति में 31 साल की उम्र में अभिनेता वाई जी महेंद्रन के पत्नी की बहन लता पार्थसारथी से शादी की और उनकी दो बेटियाँ हैं जिनका नाम ऐश्वर्या रजनीकांत और सौंदर्या रजनीकांत है। 

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