रेलवे आवास खाली कराने के विरोध में प्रदर्शन

जासं झरिया झरिया-पाथरडीह रेलवे लाइन में रेल का परिचालन वर्ष 2002 में बंद होने के बाद

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Mar 2021 08:49 PM (IST) Updated:Fri, 26 Mar 2021 08:49 PM (IST)
रेलवे आवास खाली कराने के विरोध में प्रदर्शन
रेलवे आवास खाली कराने के विरोध में प्रदर्शन

जासं, झरिया : झरिया-पाथरडीह रेलवे लाइन में रेल का परिचालन वर्ष 2002 में बंद होने के बाद विभाग की ओर से यहां के कर्मियों के चले जाने के बाद इनके आवासों से दरवाजा, खिड़की आदि सामान ले गया था। दर्जनों लोग इसे दुरुस्त कर रहने लगे। विभाग की ओर से इन आवासों को अब खाली कराया जा रहा है। पूर्व पार्षद अनूप कुमार साव के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने विभाग के इस निर्णय का विरोध कर शुक्रवार को प्रदर्शन किया। पूर्व पार्षद लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना। कहा कि विभाग की ओर से लोगों को नोटिस देकर बेघर करना निदनीय है। ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। लोदना स्टेशन के पास भी रेलवे अधिकारियों के विरुद्ध लोगों ने जमकर नारेबाजी की। विभाग की कार्यशैली से लोग व महिलाएं काफी आक्रोशित थे। अनूप ने कहा कि वर्ष 2002 में आग व भू धंसान का खतरा बताकर यहां रेल का परिचालन बंद कर दिया गया। उस समय रेलवे व बीसीसीएल के साथ इकरारनामा हुआ था कि 15 वर्षों में उक्त भूभाग से कोयला निकालकर आग से सुरक्षित कर जमीन रेलवे को सुपुर्द कर देंगे। 19 वर्ष बीतने के बाद भी रेलवे ने रेल परिचालन की दिशा में कोई कदम नहीं बढ़ाया। अब यहां रहनेवाले लोगों को हटाने की साजिश की जा रही है। रेलवे के अधिकारी बीसीसीएल के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। पहले इन लोगों को विस्थापन का लाभ देना होगा।

विरोध प्रदर्शन में सूरज भुइयां, दिनेश कुमार, राजाराम भुइयां, मनीष कुमार, विक्की कुमार, गणेश पासवान, दीपक पासवान, भरत प्रसाद, पंकज पासवान, किशोरी राम, गंगा देवी, ललिता देवी, आरती देवी, बेबी देवी, राधा देवी, सविता देवी आदि थे।

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