एसएनएमएमसीएच में इस बार भी 50 सीटों पर होगा नामांकन

तमाम कोशिश के बावजूद एसएनएमएमसीएच में एमबीबीएस सीटों की संख्या 50 ही रह गई है। अंतिम समय तक राज्य सरकार ने सौ सीटें बढ़ाने की कोशिश की थी। लेकिन अब 50 सीटों पर ही नामांकन होगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद नीट के तहत पास हुए अभ्यर्थियों की पहले राउंड की काउंसलिंग भी शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 06:10 AM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 06:10 AM (IST)
एसएनएमएमसीएच में इस बार भी 50 सीटों पर होगा नामांकन
एसएनएमएमसीएच में इस बार भी 50 सीटों पर होगा नामांकन

जागरण संवाददाता, धनबाद : तमाम कोशिश के बावजूद एसएनएमएमसीएच में एमबीबीएस सीटों की संख्या 50 ही रह गई है। अंतिम समय तक राज्य सरकार ने सौ सीटें बढ़ाने की कोशिश की थी। लेकिन अब 50 सीटों पर ही नामांकन होगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद नीट के तहत पास हुए अभ्यर्थियों की पहले राउंड की काउंसलिंग भी शुरू हो गई है। पहले राउंड की काउंसलिग के बाद मेडिकल कालेज में नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। इससे पहले सीटों की संख्या सौ करने के लिए राज्य सरकार ने नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) से संपर्क किया, इसके बावजूद सीटों की संख्या नहीं बढ़ पाई। मेडिकल कालेज में नामांकन सेल का गठन

एसएनएमएमसीएच में जनवरी के अंत तक नामांकन शुरू कर दिया जाएगा। इसके तहत कालेज में नामांकन सेल का गठन किया गया है। इसके माध्यम से छात्रों का नामांकन किया जाएगा। इसके लिए छात्रों को अपना मार्कशीट, नीट का मार्कशीट सहित अन्य कागजात प्रस्तुत करने होंगे। एडमिशन सेल के गणेश कुमार ने बताया कि सेंट्रल कोटा के एडमिशन होने के बाद राज्य कोटा का नामांकन किया जाएगा। कोरोना के कारण इस बार नामांकन की प्रक्रिया लगभग पांच महीने देरी से हो रही है। मेडिकल कालेज में सात सीटें नीट के लिए

मेडिकल कालेज में 15 प्रतिशत सीटें नेशनल कोटा नीट के लिए आरक्षित की गई हैं। 50 सीटों में सात सीट पर नेशनल कोटा के तहत नामांकन होगा। इसके बाद 43 सीटों पर पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को आरक्षित रहेगा। दिव्यांग कोटा और ईडब्ल्यूएस कोटा भी लागू हैं। वहीं मेडिकल कालेज में शिक्षकों की लगभग 30 प्रतिशत कमी है। इसी को देखते हुए नेशनल मेडिकल कमीशन ने 100 सीटों की अनुमति नहीं दी है।

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