नगर निगम के 50 टैक्स कलेक्टर राहत, एजेंसी के साथ करेंगे काम

धनबाद धनबाद नगर निगम में प्रॉपर्टी टैक्स ( होल्डिग वाटर यूजर और ट्रेड लाइसेंस) कलेक्शन फिर निजी एजेंसी करेगी। स्टेट अर्बन डेवलपमेंट एजेंसी ( सूडा) ने टैक्स कलेक्शन के लिए एजेंसी का चयन कर लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 04:13 AM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 06:18 AM (IST)
नगर निगम के 50 टैक्स कलेक्टर राहत, एजेंसी के साथ करेंगे काम
नगर निगम के 50 टैक्स कलेक्टर राहत, एजेंसी के साथ करेंगे काम

धनबाद : धनबाद नगर निगम में प्रॉपर्टी टैक्स ( होल्डिग, वाटर यूजर और ट्रेड लाइसेंस) कलेक्शन फिर निजी एजेंसी करेगी। स्टेट अर्बन डेवलपमेंट एजेंसी ( सूडा) ने टैक्स कलेक्शन के लिए एजेंसी का चयन कर लिया है। महीने के अंत तक एजेंसी के आने की उम्मीद है। सरकार के इस निर्णय से नगर निगम में काम कर रहे 50 टैक्स कलेक्टर (कर संग्राहक) को नौकरी की चिता हो गई थी। राहत की बात है कि उन्हें टैक्स कलेक्शन का काम करने वाली एजेंसी के साथ पर काम लगाया जाएगा।

दरअसल जो एजेंसी आएगी उसे हर वार्ड के लिए टैक्स कलेक्टर की जरूरत होगी। नगर निगम उनको सुझाव देगा कि टैक्स कलेक्टर को समायोजित करें। टैक्स कलेक्शन के लिए श्री पब्लिकेशंस एजेंसी का चयन तीन वर्षों के लिए हुआ है। उम्मीद है कि अगले तीन वर्षों में धनबाद नगर निगम कोतीन करोड़ से अधिक फायदा होगा। धनबाद में 12 प्रतिशत की जगह एजेंसी का कमीशन घट कर 7.34 प्रतिशत हो गया है।

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दूसरी बार कोई एजेंसी करेगी टैक्स कलेक्शन धनबाद नगर निगम में 2014-17 तक रितिका प्रिटेक ने टैक्स कलेक्शन किया था। जून 2017 से लेकर अबतक निगम ही टैक्स वसूली करवा रहा है। वार्ड स्तर पर टैक्स कलेक्टर को रखकर वसूली हो रही है। निजी कंपनी आने के बाद इन टैक्स कलेक्टर की नौकरी पर संकट के बदल मंडराने लगे थे। पूर्व मेयर चंद्रशेखर शेखर अग्रवाल और पूर्व नगर आयुक्त चंद्र मोहन कश्यप के समय इन टैक्स कलेक्टर की बहाली की गई थी। नगर निगम एक साल में 17-18 करोड़ रुपये की टैक्स वसूली करता है। निजी कंपनी रितिका भी 15-16 करोड़ रुपये की वसूली करती थी। लेकिन टैक्स वसूली के बाद रितिका 12 प्रतिशत कमीशन लेती थी। पूर्व मेयर ने इसी कमीशन का विरोध कर निजी कंपनी को हटवाया था। कोट

नौकरी से हटाना किसी समस्या का हल नहीं है। एजेंसी को टैक्स कलेक्शन के लिए टैक्स कलेक्टर की जरूरत पड़ेगी, तो पहले से काम कर रहे टैक्स कलेक्टर की मदद लेने में कोई बुराई नहीं है। एजेंसी अपने तरीके से उनसे काम ले। मानकर चलिए कि किसी भी टैक्स कलेक्टर की नौकरी नहीं जाएगी।

- सत्येंद्र कुमार, नगर आयुक्त

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