एमपीडब्ल्यू ने फिर किया विरोध, कहा- वादा पूरा करे सरकार

स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत काम करने वाले मल्टी परपस वर्कर (एमपीडब्ल्यू) ने एक बार फिर से प्रदर्शन शुरू कर दिया है। गुरुवार को सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष मल्टी परपस वर्कर ने विरोध प्रदर्शन कर मांग संबंधित एक पत्र सिविल सर्जन को सौंपा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 10:22 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 10:22 PM (IST)
एमपीडब्ल्यू ने फिर किया विरोध, कहा- वादा पूरा करे सरकार
एमपीडब्ल्यू ने फिर किया विरोध, कहा- वादा पूरा करे सरकार

धनबाद : स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत काम करने वाले मल्टी परपस वर्कर (एमपीडब्ल्यू) ने एक बार फिर से प्रदर्शन शुरू कर दिया है। गुरुवार को सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष मल्टी परपस वर्कर ने विरोध प्रदर्शन कर मांग संबंधित एक पत्र सिविल सर्जन को सौंपा। सदर अस्पताल के सभागार में कर्मियों ने बैठक करके आगे की रणनीति तय की। मल्टी परपस वर्कर सुजीत कुमार ने बताया कि विगत महीने सरकार ने वादा किया था, लेकिन अभी तक इसे पूरा नहीं किया गया है। इसी को देखते हुए एक बार फिर से प्रदर्शन शुरू किया गया है। लेकिन अभी तक इस पर कोई विशेष पहल नहीं की गई है। कोरोना जांच के साथ ही काला बिल्ला लगाकर किया प्रदर्शन :

मल्टी परपस वर्कर को रेलवे स्टेशन के साथ ही विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना जांच के लिए ड्यूटी पर लगाया गया है। रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले तमाम कर्मचारियों ने काला बिल्ला लगाकर काम किया। इसके साथ ही प्रखंडों में काम करने वाले मल्टी परपस वर्कर ने भी काला बिल्ला लगाया। कर्मियों ने बताया कि सरकार वादाखिलाफी कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री और संबंधित विभाग के सचिव से बातचीत करने के बाद सभी ने जल स्थाई समायोजन और वेतन वृद्धि की बात कही थी। ठोस पहल नहीं हुई है। चार वर्षों से समायोजन के नाम पर परेशानी :

मल्टी परपस वर्कर महावीर ने बताया कि सरकार ने सभी एमपीडब्ल्यू को स्थाई समायोजन करने का वादा किया था, लेकिन पिछले चार वर्षों से फाइल सचिवालय घूम रहा था। पिछले दिनों सरकार ने आश्वासन दिया। मलेरिया से लेकर सभी विभिन्न योजनाओं में यह कर्मचारी लगातार काम करते हैं। ऐसे में जब हक की बात आ रही है, तो जवाबदेही के लिए कोई भी सामने नहीं आ रहे हैं। यही स्थिति रही तो पूरे राज्य में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।

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