मौर्य एक्स. में लुटेरों से भिड़ी महिला तो चलती ट्रेन से फेंका
धनबाद गोरखपुर से हटिया जा रही मौर्य एक्सप्रेस में गुरुवार रात लुटेरों से भिड़ी धनबाद के कार्मिक नगर की महिला को ट्रेन से धकेल दिया।
धनबाद : गोरखपुर से हटिया जा रही मौर्य एक्सप्रेस में गुरुवार रात लुटेरों से भिड़ी धनबाद के कार्मिक नगर की उमा देवी नामक महिला को अपराधियों ने चलती ट्रेन से धकेल दिया। महिला ट्रैक पर गिरकर बुरी तरह घायल हो गई। उनका कुल्हा टूट गया है।
जसीडीह स्टेशन के पास हुई घटना के बाद यात्रियों ने रेलवे के हेल्पलाइन नंबर 182 पर लगातार संपर्क करने का प्रयास किया पर बात नहीं हो पाई। बाद में सूचना मिलने पर परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और घायल महिला को धनबाद लाया गया। उन्हें कार्मिक नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ऐसे हुई घटना : 42 वर्षीय उमा देवी अपनी 18 वर्षीय बेटी नेहा के साथ मौर्य एक्सप्रेस के कोच एस-6 के बर्थ 71 पर सफर कर रहीं थीं। वे सिवान से धनबाद आ रहीं थीं। रात 11:30 बजे ट्रेन के जसीडीह स्टेशन से खुलते ही दो युवक कोच में सवार हो गए। वे तुरंत बैग महिला का बैग लेने के लिए झपटे। उमा देवी ने साहस दिखाया और अकेले ही उनसे भिड़ गईं। इस बीच महिला से धक्का-मुक्की होने लगी। साथ बैठी बेटी नेहा ने भी चिल्लाना शुरू किया। जब तक लोग कुछ समझते दोनों अपराधियों ने महिला को चलती ट्रेन से नीचे धकेल दिया और बैग लेकर भाग निकले। बैग में करीब एक लाख की संपत्ति थी। घटना के समय ट्रेन में एस्कॉट पार्टी भी नहीं थी।
मा को गिरता देख बेटी ने की चलती ट्रेन से कूदने की कोशिश, यात्रियों ने रोका :
अपराधियों द्वारा मा को ट्रेन से धक्का देकर नीचे गिराता देख बेटी नेहा भी मा को बचाने के लिए चलती ट्रेन से ट्रैक पर कूदने की कोशिश करने लगी। लेकिन ट्रेन में बैठे यात्रियों ने नेहा को कूदने से रोक दिया। यात्रियों ने उसे सात्वना देते हुए कहा कि प्लेटफॉर्म पर मौजूद जीआरपी के जवान और रेलवे के कर्मचारी उसकी मा की मदद करेंगे। उसे पहले अपने परिजनों को घटना की जानकारी देने को कहा गया। रोते बिलखते बेटी ने धनबाद में अपने पिता ईसीएल कर्मी सत्यदेव साव को घटना की जानकारी दी। पिता ने तुरंत जसीडीह जीआरपी से संपर्क कर घटना की जानकारी दी और अपने एक मित्र के साथ जसीडीह के लिए रवाना हो गये।
रेलवे हेल्पलाइन नम्बर पर किसी प्रकार की मदद नही मिली
महिला के बेटे रोहित का कहना है कि पहले काफी देर तक 182 पर कॉल लगाया, पर बात नहीं हुई। फिर गूगल से रेलवे की दिल्ली हेल्पलाइन का नंबर ढूंढ़ कर निकाला। उस पर कॉल करने पर कहा गया कि लोकल टीटीई से बात कर लें।
फोन पर रेल पुलिस से नोक झोंक
काफी देर बाद जसीडीह रेल पुलिस ने पुत्र रोहित को कॉल किया और महिला के बारे में पूछताछ करने लगे। उमा देवी का बेटा रोहित का कहना था पहले मेरी मा को हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया जाए। इसपर रेल पुलिस के साथ फोन पर नोकझोंक भी हुई। शुक्रवार की सुबह जसीडीह से धनबाद पहुंची महिला को सरायढेला स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।