विधानसभा चुनाव में बिखर जाएगा महागठबंधन, 81 क्षेत्रों में लड़ने की झाविमो की तैयारी Dhanbad News
झाविमो ने लोकसभा का चुनाव महागठबंधन बनाकर लड़ा था। महागठबंधन में झाविमो के अलावा कांग्रेस राजद और झामुमो शामिल थे। झारखंड की 14 सीटों में झाविमो को दो सीटें मिली थी।
धनबाद, जेएनएन। लोकसभा चुनाव- 2019 में करारी हार के बाद झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गया है। तैयारी झारखंड के सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी खड़ा करने की है। इस मुद्दे पर करीब-करीब पार्टी के अंदर सहमति बन गई है। इससे झारखंड में महागठबंधन के बिखर जाने की संभावना बढ़ गई है।
झाविमो ने लोकसभा का चुनाव महागठबंधन बनाकर लड़ा था। महागठबंधन में झाविमो के अलावा कांग्रेस, राजद और झामुमो शामिल थे। झारखंड की 14 सीटों में झाविमो को दो सीटें मिली थी। कोडरमा से झाविमो सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी खुद चुनाव लड़े। जबकि पार्टी महासचिव प्रदीप यादव गोड्डा से प्रत्याशी थे। दोनों सीटों पर झाविमो को हार का सामना करना पड़ा। महागठबंधन का प्रदर्शन भी खराब रहा। 14 में दो सीटों पर ही जीत मिली। जबकि भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 सीटों पर जीत दर्ज की। लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की विफलता के बाद उसमें शामिल सभी दल नए सिरे से रणनीति बनाने में जुट गए हैं। हांलाकि लोकसभा चुनाव के समय सभी दल इस बात पर सहमत थे कि विधानसभा चुनाव भी साथ-साथ लड़ा जाएगा। अब यह संभव नहीं दिख रहा है।
झाविमो सूत्रों के अनुसार वह झारखंड विधानसभा का चुनाव महागठबंधन के तहत नहीं लड़ेगा। झाविमो अकेले ही झारखंड विधानसभा चुनाव में उतरेगा। इसके मद्देनजर पार्टी ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों में तैयारी का निर्देश दिया है। हांलाकि इस बाबत झाविमो के केंद्रीय महासचिव रमेश राही कहते हैं-राजनीति में संभावनाओं का द्वार कभी बंद नहीं होता। इसलिए अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि झाविमो किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगा। उन्होंने कहा-गठबंधन का निर्णय चुनाव के समय होगा। फिलहाल हमारी तैयारी सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ने की है।