भदौही हादसा : आइएसएम के पूर्व छात्र थे खान सुरक्षा अधिकारी, हवाई जहाज से शव ले जाने की थी तैयारी, स्वजनों ने चुना था सड़क मार्ग

राजस्थान काहोने के कारण सीवी एरिया प्रबंधन ने प्रतिनिधि के रूप में प्रकाश बरिवा को विपिन कुमार के स्वजनों के साथ भेजा था। हालांकि सीवी एरिया महाप्रबंधक ने हवाई जहाज से शव को ले जाने की बात कही थी लेकिन स्वजनों ने सड़क मार्ग को चुना।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 06:20 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 06:20 AM (IST)
भदौही हादसा : आइएसएम के पूर्व छात्र थे खान सुरक्षा अधिकारी, हवाई जहाज से शव ले जाने की थी तैयारी, स्वजनों ने चुना था सड़क मार्ग
भदौही हादसा : आइएसएम के पूर्व छात्र थे खान सुरक्षा अधिकारी, हवाई जहाज से शव ले जाने की थी तैयारी, स्वजनों ने चुना था सड़क मार्ग

संस, पंचेत : राजस्थान काहोने के कारण सीवी एरिया प्रबंधन ने प्रतिनिधि के रूप में प्रकाश बरिवा को विपिन कुमार के स्वजनों के साथ भेजा था। हालांकि, सीवी एरिया महाप्रबंधक ने हवाई जहाज से शव को ले जाने की बात कही थी, लेकिन स्वजनों ने सड़क मार्ग को चुना। इधर घटना की सूचना पाकर महाप्रबंधक ने अधिकारियों की दो टीम को भदौही रवाना किया। मुख्यालय में पदस्थापित पीएम विधुत साहा, क्षेत्रीय सेल्स अधिकारी तरुण मंडल, सेल्स अधिकारी उदय शंकर व वाशरी प्रबंधक सुयश सिंह टीम में शामिल हैं। आइएसएम के छात्र थे खान सुरक्षा अधिकारी

28 वर्षीय प्रकाश बरिवा मूल रूप से राजस्थान जयपुर के रहने वाले थे। इन्होंने इंडियन स्कूल ऑफ माइंस अब (आइएसएम-आइआइटी) से शिक्षा प्राप्त की थी। वे इकलौते पुत्र थे। उनका विवाह आगामी अप्रैल माह में होने वाला था। उनकी एक बहन की शादी हो चुकी है और पिता कैंसर के मरीज हैं। प्रकाश बरिवा पिता के इलाज के लिए प्रत्येक माह पैसा भेजा करते थे। साथ ही एजुकेशन लोन का पैसा भी स्वयं जमा करते थे। वे पिछले पांच साल से बीसीसीएल के सीवी एरिया में कार्यरत थे।

-----------------

------------------------

24 जनवरी को विपिन कुमार ने की थी आत्महत्या

बीसीसीएल सीवी एरिया की दहीबाड़ी परियोजना में पदस्थापित सहायक प्रबंधक (इलेक्ट्रिकल एंड मैकनिकल) विपिन कुमार ने पश्चिम बंगाल के बराकर स्थित किराए के घर में 24 जनवरी को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसकी सूचना मिलने के बाद स्वजन शव लेने के लिए राजस्थान के चितौड़गढ़ से आसनसोल पहुंचे थे। सोमवार की शाम शव को लेकर वे चितौड़गढ़ रवाना हुए थे।

chat bot
आपका साथी