Jharkhand: पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री पर लगाया भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप, कहा-9 महीने में 1500 ट्रांसफर-पोस्टिंग

भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने के बाद रघुवर दास गुरुवार की रात देवघर पहुंचे थे। शुक्रवार सुबह उन्होंने बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जाकर पूजा की। दास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सीएमओ में भ्रष्टाचार है। नौ महीने में पैसे का खूब खेल हुआ है। 1

By MritunjayEdited By: Publish:Fri, 09 Oct 2020 07:23 AM (IST) Updated:Fri, 09 Oct 2020 07:23 AM (IST)
Jharkhand: पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री पर लगाया भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप, कहा-9 महीने में 1500 ट्रांसफर-पोस्टिंग
देवघर में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और पूर्व मंत्री राज पालीवाल।

देवघर, जेएनएन। खुद विधानसभा चुनाव हार जाने और मुख्यमंत्री के पद से हटने के बाद झारखंड की राजनीति में अलग-थलग पड़े पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने के बाद फ्रंट फुट पर आकर खेलना शुरू कर दिया है। दुमका और बेरमो विधानसभा उपचुनाव से पहले दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर झारखंड में ट्रांसफर-पोस्टिंग उद्योग चलाने का गंभीर आरोप जड़ा है। उन्होंने कहा है कि 9 महीने में 1500 लोगों की ट्रांंसफर-पोस्टिंग हुई। पैसे का खूब खेल हुआ है। 

सीएमओ में भ्रष्टाचार 

भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने के बाद रघुवर दास गुरुवार की रात देवघर पहुंचे थे। शुक्रवार सुबह उन्होंने बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जाकर पूजा की। दास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सीएमओ में भ्रष्टाचार है। नौ महीने में पैसे का खूब खेल हुआ है। 1500 लोगों की ट्रांसफर-पोस्टिंग हुई है। दारू माफिया को फायदा पहुंचाने के लिए एक्साइज ड्यूटी माफ कर दिया। पूछा कि मुख्यमंत्री बताएं अपने ओएसडी को क्यों हटा दिया।

खुद के खिलाफ एक समय-सीमा में जांच की दी चुनौती 

पूर्व मुख्यमंत्री ने सीएम हेमंत सोरेन को चुनौती दी कि हिम्मत है तो एक निश्चित समय सीमा में मेरे कार्यकाल की जांच कराएं। कहा कि  झूठे वायदे कर सरकार बनाने वाले सीएम बताएं कि नौ महीने में नौ लोगों को भी रोजगार दिया है। भाजपा शासनकाल में यहां के मूलवासी आदिवासी को जो नौकरी दी गई उसे भी छीन लिया।रघुवर ने कहा कि दुमका और बेरमो उपचुनाव झारखंड की दिशा व दशा तय करेगा।

झारखंड भवन रहते 6 लाख रुपये महीना किराया पर गेस्ट हाउस 

पूर्व मुख्यमंत्री ने हुंकार भरा कि भाजपा इस सरकार को लूटने नहीं देगी। कहा कि सरकार कह रही कि खजाना खाली है। तो राजस्व के लिए लीज का अवधि विस्तार करने के बजाय ऑक्शन करना चाहिए था। पैसा नहीं है तो दिल्ली में झारखंड भवन के रहते छह लाख रुपया महीना किराया पर गेस्ट हाउस लेने की क्या जरूरत है। यह खजाना लूट का एक नमूना भर है। रघुवर ने कहा कि बिना विजन वाली सरकार है। जब सत्ताधारी दल निजी स्वार्थ को ले सांठगांठ करने लगे तो अर्थतंत्र पर असर होता है। 

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