13 घंटे बाद रेलवे की हिल कॉलोनी की आग काबू, दमकल विभाग ने बताया दो दशक की सबसे बड़ी घटना Dhanbad News
अग्निशमन विभाग के प्रभारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि लगभग दो दशक बाद इस तरह की आग देखने को मिली है। पांच गाड़ियां अग्निशमन विभाग धनबाद में थी और दो गाड़ियां झरिया से मंगाई गई। 13 घंटे से ज्यादा के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद रेलवे स्टेशन से लगी रेलवे की हिल कॉलोनी में शुक्रवार को लगी भीषण आग शनिवार सुबह 5:30 बजे जाकर बुझी। साढ़े 13 घंटे तक अग्निशमन विभाग की सात गाड़ियां लगातार आग बुझाने में लगी रहीं। आग की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गोल्फ ग्राउंड के नजदीक स्थित अग्निशमन विभाग परिसर का डेढ़ लाख लीटर पानी देर रात दो बजे ही खत्म हो गया। इसके बाद अग्निशमन विभाग को पंपू तालाब से सात टैंकर पानी भरकर आग पर काबू करना पड़ा। केबल ड्रम में लगी आग इसलिए भी बढ़ गई, क्योंकि जेसीबी पहुंचने में देरी की वजह से इसे तितर-बितर नहीं किया जा सका। काफी समय बाद जेसीबी मशीन पहुंची, तब जाकर आग बुझाने के काम में तेजी आई और ड्रम हटाकर आग बुझाने का काम किया गया।
सात दमकल लेकर कर्मचारियों ने किया अथक प्रयास
अग्निशमन विभाग के प्रभारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि लगभग एक दशक बाद इस तरह की आग देखने को मिली है। पांच गाड़ियां अग्निशमन विभाग धनबाद में थी और दो गाड़ियां झरिया से मंगाई गई। कुल सात गाड़ियों से शुक्रवार शाम चार बजे से लेकर शनिवार सुबह 5:30 बजे तक आग बुझाने का काम हुआ। जहां आग लगी थी उसके पास ही रेल एसपी का आवास और अन्य अधिकारियों का आवास था। किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ, सिवाय केबल ड्रम जलने के। ऐसी भीषण आग बहुत दिन बाद दिखी। आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारा कोई भी स्टाफ अभी चलने की हालत में नहीं है। सबकी हालत खराब हो चुकी है। विभाग का पानी खत्म होने के बाद तालाब से पानी लेकर हम लोगों ने आग बुझाई। स्थानीय लोगों ने भी काफी सहयोग किया।
पांच करोड़ से ज्यादा का नुकसान
हिल कॉलोनी में रेल एसपी के आवास की चाहरदीवारी से सटाकर रखे गए केबल ड्रम के स्टॉक में शुक्रवार को आग लग गई। कुछ ही देर में आग की लपटों ने आसमान छूना शुरू कर दिया। काले धुएं का बवंडर पूरे शहर में छा गया। रेल पुलिस समेत सैंकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। बाद में डीआरएम समेत रेलवे के तमाम अधिकारी भी पहुंचे और आग पर काबू पाने की जद्दोजहद शुरू हुई। दोपहर के लगभग 12 बजे आग लगने की घटना के बाद देर रात तक आग बुझाने का काम चलता रहा। इस घटना में रेल एसपी आवास के पीछे रखे गए गए 450 केबल ड्रम में से लगभग 400 जलकर खाक हो गए। लगभग 50 केबल ड्रम को स्थानीय लोग और रेल कर्मचारियों की मदद से बचा लिया गया। इस अग्निकांड में रेलवे को तकरीबन पांच करोड़ की चपत लगी है।
डीआरएम ने बनाई जांच कमेटी
डीआरएम आशीष बंसल के आदेश पर तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनी है जो एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई तय होगी। रेलवे मामले को संदिग्ध मान रही है और इस मामले में राज्य सरकार से फोरेंसिक जांच भी कराएगी। डिप्टी चीफ सिग्नल एंड टेलीकॉम इंजीनियर निर्माण ने इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। जांच कमेटी में डिप्टी चीफ सिगनल एंड टेलीकॉम इंजीनियर निर्माण सुमंत लाल, सीनियर कमांडेंट हेमंत कुमार और सीनियर डीएसओ अरविंद कुमार राय शामिल हैं।
हिल कॉलोनी में रखा गया था पूरे डिवीजन का केबल स्टॉक
धनबाद रेल मंडल में सिगनल एंड टेलीकॉम विभाग की ओर से सिगनल अपग्रेडेशन का काम चल रहा है। इसे लेकर ही करोड़ों का केबल मंगाया गया था और हिल कॉलोनी में एसपी आवास के ठीक बगल में उन्हें स्टॉक किया गया था। उसी स्टॉक में आग लगी। ना सिर्फ रेल एसपी बंगला के चारों तरफ बल्कि मजार के पास बन रहे मंदिर और हिल कॉलोनी पत्थर कोठी तक के पूरे इलाके में सड़क के दोनों ओर केबल का ढेर पड़ा है। कुछ जगहों पर वर्षों पुराने केबल भी जमा कर रखे गए हैं। बिजली के खंभों के नीचे ही उनका ढेर लगा दिया गया है।