धनबाद में आधी रात के बाद महसूस किए गए भूकंप के झटके, सहमे लोग घरों से निकले बाहर
Earthquake In Dhanbad रविवार-सोमवार की रात 1 32 बजे धनबाद में भूकंप के झटके महसूस किए गए। झटके लगने के बाद लोग सहम गए। रात में लोग घरों से बाहर निकल गए। लोग काफी घबराहट में दिख रहे थे।
जासं, धनबाद। धनबाद में देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। रात में 1:32 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोगों के अनुसार यह महज पांच-छह सेकेंड का ही था। अचानक झटके से रात में लोग नींद से जाग गए। कई लोग घर से बाहर भी निकल आए। वे काफी देर बाहर में इसकी चर्चा करते रहे। लोगों ने अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को फोन कर इसकी जानकारी दी। कई लोगों ने देर रात को ही इंटरनेट मीडिया पर इसका अनुभव शेयर किया। हालांकि किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। आइआइटी (आइएसएम) धनबाद के अनुसार भूंकप का केंद्र धनबाद का बलियापुर था।
क्यों आता है भूकंप
पृथ्वी कई लेयर में बंटी होती है और जमीन के नीचे कई तरह की प्लेट होती है। ये प्लेट्स आपस में फंसी रहती हैं, लेकिन कभी-कभी ये प्लेट्स खिसक जाती है, जिस वजह से भूकंप आता है। कई बार इससे ज्यादा कंपन हो जाता है और इसकी तीव्रता बढ़ जाती है। भारत में धरती के भीतर की परतों में होने वाली भोगौलिक हलचल के आधार पर कुछ जोन तय किए गए हैं और कुछ जगह यह ज्यादा होती है तो कुछ जगह कम। इन संभावनाओं के आधार पर भारत को 5 जोन बांटा गया है, जो बताता है कि भारत में कहां सबसे ज्यादा भूकंप आने का खतरा रहता है। इसमें जोन-5 में सबसे ज्यादा भूकंप आने की संभावना रहती है और 4 में उससे कम, 3 उससे कम होती है।
प्राकृतिक आपदा के बारे में कुछ पता नहीं होता
भूकंप या कोई भी प्राकृतिक आपदा के बारे में पहले से कुछ पता नहीं होता। ऐसी प्राकृतिक आपदा के वक्त एकदम समझ नहीं आता कि क्या किया जाए। हम आपको बता रहे हैं वे आम तरीके जिससे आप किसी भूकंप के वक्त खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
भूकंप आने पर क्या करें?
भूकंप आने पर क्या ना करें
भूकंप की स्थिति के लिए पहले से तैयारी कैसे करें? आपको एक इमरजेंसी किट बनाकर रखनी चाहिए जिसमें आपके जरूरी दस्तावेज, खाना, पानी और फर्स्ट की चीज हो। घर के सामान को सुरक्षित रखने की कोशिश करें और छत या किसी दीवार के गिरने की स्थिति में जरूरी सामान को बचाने के उपाय करें। अपने परिवार के लिए एक इमरजेंसी प्लान तैयार करें जिसमें हर व्यक्ति के कामकाज या जिम्मेदारी का जिक्र हो।