बालू धंधेबाजों के कारण संकट में दामोदर, झरिया में जलापूर्ति पर आफत

झरिया/जामाडोबा जामाडोबा जल संयंत्र स्थित दामोदर नदी का जल स्तर कम हो गया है। इससे झरिया

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 Nov 2020 05:53 PM (IST) Updated:Mon, 16 Nov 2020 05:53 PM (IST)
बालू धंधेबाजों के कारण संकट में दामोदर, झरिया में जलापूर्ति पर आफत
बालू धंधेबाजों के कारण संकट में दामोदर, झरिया में जलापूर्ति पर आफत

झरिया/जामाडोबा : जामाडोबा जल संयंत्र स्थित दामोदर नदी का जल स्तर कम हो गया है। इससे झरिया शहर व आसपास के क्षेत्रों में सोमवार को आंशिक जलापूर्ति हुई। पर्याप्त पानी नहीं मिलने से लगभग पांच लाख लोग परेशान हैं। संयंत्र के कर्मियों ने बताया कि दामोदर नदी का जल स्तर घट कर 452 आरएल हो गया है। जबकि 453-54 आरएल होने पर ही इंटेक वॉल्व को भरपूर मात्रा में नदी से पानी मिलता है। कर्मियों ने कहा कि नदी का जल स्तर गिरने से 12 एमजीडी व 9 एमजीडी जल भंडारण गृह के लिए नदी के इंटेक वॉल्व में लगे 11 नंबर व 12 नंबर मोटर पंप काम नहीं कर रहा है। मोटर व पंप के एयर लेने के कारण नदी से पानी नहीं खींचा जा पा रहा है। मात्र चार व पांच नंबर मोटर पंप के सहारे ही नौ व 12 एमजीडी में कम मात्रा में जल भंडारण कर झरिया व पुटकी क्षेत्रों में आंशिक रूप से जलापूर्ति की जा रही है। कर्मियों ने कहा कि जल्द तेनुघाट डेम से पानी नहीं छोड़ा गया तो जल संकट की स्थिति आगे और गंभीर हो जाएगी। नदी के दूसरे क्षेत्र बोकारो जिला में बालू माफियाओं की ओर से ट्रैक्टर के माध्यम से नदी से अवैध बालू के उठाव से भी नदी अपना रास्ता बदलती जा रही है। रोज बालू माफियाओं की ओर से ट्रैक्टर से सुबह में बालू का उठाव किया जाता है। इससे सरकार के राजस्व की भी चोरी हो रही है। धनबाद जिला प्रशासन की ओर से बोकारो जिला प्रशासन से कई बार अवैध बालू उठाव को रोकने की मांग की गई। लेकिन इस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। झमाडा के टीएम इंद्रेश शुक्ला ने जल संयंत्र का दौरा कर कर्मियों को जलापूर्ति के लिए आवश्यक निर्देश दिए। कहा कि छठ पूजा के बाद नदी में अस्थाई बांध बनाकर पानी को रोकने का काम किया जाएगा। ताकि पंप को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सके।

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