कर्ज से दबे हैं कोचिंग संचालक, अब नहीं कराएं बंद

धनबाद पिछले लाकडाउन और इस लाकडाउन में भी कोचिग सेंटरों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई तो मुश्किल बढ जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Jan 2022 05:55 PM (IST) Updated:Wed, 05 Jan 2022 06:01 PM (IST)
कर्ज से दबे हैं कोचिंग संचालक, अब नहीं कराएं बंद
कर्ज से दबे हैं कोचिंग संचालक, अब नहीं कराएं बंद

धनबाद : पिछले लाकडाउन और इस लाकडाउन में भी कोचिग सेंटरों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई। यह एक बहुत ही गंभीर विषय है। इसे राज्य सरकार ने नजरअंदाज किया है। यह सही बात है कि बच्चों की सुरक्षा को सरकार ज्यादा महत्व देती है। देना भी चाहिए। इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता कि सरकार अगर चाहती तो जिस तरह 50 फीसद क्षमता के साथ हाट, बाजार सिनेमा हाल, मॉल, जूते चप्पल की दुकान, सैलून, स्पा, मसाज सेंटर खोला गया है, उसी प्रकार कोचिग संस्थान को भी खोला जा सकता था। इन मुद्दों को लेकर बुधवार को हीरापुर पार्क मैदान में धनबाद कोचिग एसोसिएशन की बैठक हुई। इसमें जिले की विभिन्न क्षेत्रों से कोचिग संचालकों एवं प्राइवेट शिक्षकों ने भाग लिया। एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने कहा कि पिछले दो लाकडाउन में शिक्षकों की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। पहले से ही कर्ज के बोझ में दबे हुए हैं। इस बार तो लगता है कि आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएंगे। रोजमर्रा का सामान घर का राशन, दवा, घर का किराया, कोचिग का किराया, बच्चों की स्कूल फीस, किताब-कापी, आनलाइन क्लास के लिए नेट पैक का रिचार्ज इस प्रकार के कई जरूरी खर्च हैं। यह खर्च हर महीने होना ही होना है। ऐसे में जब कमाई का जरिया न हो और खर्च को रोका न जा सके तो एक साधारण प्राइवेट शिक्षक क्या करेगा। अन्य चीजों को 50 फीसद क्षमता के साथ खोल दिया है तो फिर कोचिग क्यों नहीं खोला जा सकता। कम से कम बड़े बच्चे जिनकी उम्र 15 वर्ष से ऊपर है, उनके लिए कक्षाएं 50 फीसद क्षमता के साथ खोली जा सकती है। निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, शिक्षा मंत्री और आपदा प्रबंधन मंत्री को एक आवेदन देकर बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी 50 फीसद क्षमता के साथ कोचिग खोला जाए। रांची में 12 जनवरी को पूरे झारखंड राज्य के कोचिग संचालकों एवं प्राइवेट शिक्षकों की बैठक होगी। इसमें सभी जिले के दो या चार प्रतिनिधि को बुलाकर मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री को अपनी मांग पत्र सौंपकर अपनी बात रखेंगे। 15 वर्ष से ऊपर के वैक्सीनेटेड बच्चों को पढ़ाने की छूट मिले। मौके पर संस्था के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, सचिव विकास तिवारी, कोषाध्यक्ष रवींद्र कुमार विश्वकर्मा, रोशन कुमार, नीरज कुमार, मुकेश कुमार, जयप्रकाश रवानी, विजय कुमार सिन्हा, राजू साह, मृत्युंजय पांडे, पंकज चौरसिया, अनूप कुमार, अनुज कुमार, सोनू कुमार सिंह, सचिन सिंह, शरीफ सर, रंजीत कुमार, कुमार प्रशांत, मानव कुमार चौधरी, अभिषेक कुमार सिंह, आलोक कुमार मौजूद थे।

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