अचरज है कि कोयलांचल के उद्योगों को नहीं मिल रहा कोयला

धनबाद से पूरे देश में कोयला जाता है लेकिन यहां के उद्योगों को ही डिमांड के अनुसार नहीं मिल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 11:50 AM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 11:50 AM (IST)
अचरज है कि कोयलांचल के उद्योगों को नहीं मिल रहा कोयला
अचरज है कि कोयलांचल के उद्योगों को नहीं मिल रहा कोयला

धनबाद, जेएनएन। बीसीसीएल में कोयला स्टॉक को लेकर बवाल मचा है। कंपनी अपने स्टॉक में करीब 32 लाख टन कोयला होने का दावा कर रही है, जबकि जिले के हार्डकोक उद्योग कोयला नहीं मिलने के कारण दम तोड़ रहे हैं।

बता दें कि हर महीने जिले के हार्डकोक उद्योगों को 3,19,268 टन की कोयले की जरूरत होती है, पर आपूर्ति हो रही है मात्र 1 से 1.5 लाख टन। जुलाई में 43 फीसद व अगस्त में 50 फीसद कोयला उठाव का ऑफर दिया गया। इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स ने बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा हर माह हार्डकोक उद्योग को कोयला का कम ऑफर देने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री व कोल इंडिया के चेयरमैन को पत्र लिखकर व्यवस्था में सुधार लाने की अपील की है।

जिस कोलियरी या प्रोजेक्ट का कोयला हार्डकोक उद्योगों के लिए बेहतर होता है, वहां का कोयला जुलाई में ऑफर ही नहीं दिया गया। धनसार परियोजना में विवाद के कारण कोयला उठाव बंद है। दामागोड़िया, महेशपुर, कुसुंडा, चैतूडीह, खरखरी, जमुनिया आदि कोलियरी का कोयला बेहतर है, पर हार्डकोक के लिए बीसीसीएल प्रबंधन यहां का ऑफर नहीं करता है।

जुलाई में 43 फीसद ही ऑफर : अमल ब्लॉक बेनीडीह, मुराईडीह, नदखरकी, फुलारीटांड़, गोधर, धनसार, दामागोड़िया, भौरा, जिनागोड़ा, साउथ झरिया, जोगीडीह आदि परियोजना में 43 फीसद ही ऑफर दिया गया है।

नहीं मिल पा रहा कोयला : जिले में करीब 98 हार्ड कोक उद्योग राज्य सरकार के मार्फत कोयला लिंकेज बीसीसीएल से लेते हैं। इसके अलावा करीब 125 उद्योग ऐसे हैं, जो सीधे कोयला का उठाव लिंकेज अथवा बोली लगाकर करते हैं। पर, इन उद्योगों को भी कोयला नहीं मिल पा रहा है।

धनसार से भी कोयला उठाव का ऑफर : कुसुंडा एरिया के धनसार डंप से भी लगातार तीसरे माह कोयला उठाव का ऑफर दिया गया है, जबकि यहां वर्चस्व की लड़ाई के कारण जनवरी 2018 से ही कोयला उठाव बंद है। धनसार से चार फीसद कोयला उठाव का ऑफर है।

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किस माह कितना ऑफर

अगस्त में 50 फीसद

जुलाई में 43 फीसद

जून में 36 फीसद

मई में 46 फीसदी

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बीसीसीएल प्रबंधन पूरी तरह से उद्योग को बंद करना चाहता है। हार्डकोक उद्योगों को जितने कोयले की आवश्यकता है, उतना नहीं दिया जा रहा है। वैसे कोलियरी से ऑफर निकाला जाता है, जहां से महीनों से कोयला उठाव बंद है। यह सिलसिला छह माह से चल रहा है।

- बीएन सिंह, इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स अध्यक्ष

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हार्डकोक उद्योग को हर माह ऑफर दिया जा रहा है। कोयला उठ भी रहा है। जहां भी परेशानी है, आपस में बैठ कर हल करेंगे। कोयला उठाव को लेकर कोई दिक्कत नहीं है।

- एके गुप्ता, जीएम सेल्स

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