Shaharnama Dhanbad: ऐ मुखिया जी, टीका लगवा लो न ! हम तो छोड़ देंगे, कोरोना नहीं छोड़ेगा
पूरनाडीह की मुखिया माया देवी उपवास में थीं। आनाकानी की। बीडीओ ने समझाया तो घर गई। भोजन किया और फिर टीका लिया। जिलाधिकारी समझ गए कि गांवों में और मेहनत की जरुरत है। आदिवासी स्वशासन व्यवस्था के तहत माझी हड़ाम एवं नायके हड़ाम से भी संवाद हो तो आश्चर्य नहीं।
धनबाद [ अश्विनी रघुवंशी ]। जिलाधिकारी उमाशंकर सिंह को संदेश मिला कि गांवों में टीकाकरण के मसले पर लोगों में भ्रांति है। सोचे कि पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाए तो टीकाकरण को गति मिल जाएगी। वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, प्रखंड प्रमुख, मुखिया एवं जिला पार्षद से संवाद करने को टुंडी प्रखंड कार्यालय गए। सीधा संवाद किया तो पता लगा कि अभी तक मुखियाजी ही टीका से भागे चल रहे हैैं। जिलाधिकारी भौचक। बीडीओ पायल राज हतप्रभ। समझाने पर मोनिका देवी, भारती देवी, बबली दास, चंपा देवी, सोनोती देवी, मोनिका हांसदा, मनसा सोरेन समेत कई पंचायत प्रतिनिधियों ने टीका लिया। पूरनाडीह की मुखिया माया देवी उपवास में थीं। आनाकानी की। बीडीओ ने समझाया तो घर गई। भोजन किया और फिर टीका लिया। जिलाधिकारी समझ गए कि गांवों में और मेहनत की जरुरत है। आदिवासी स्वशासन व्यवस्था के तहत माझी हड़ाम एवं नायके हड़ाम से भी संवाद हो तो आश्चर्य नहीं।
पुलिस के इकबाल पर सवाल
झरिया थानेदार पंकज झा ने उन लोगों को निशाने पर लिया जिन्हें पूर्व थानेदार डाक्टर प्रमोद कुमार मानते थे। पता लगा कि मातृ सदन अस्पताल के सामने दूध और चाय बेचनेवाला मनोज डाक्टर प्रमोद का चहेता था। आधी रात में भी जरूरत हुई तो थाना में चाय पिलाता था। हो गया केस। बेचारे ने निर्धारित समयावधि के बाद इसलिए दुकान खोली थी कि अस्पताल से दूध की मांग आई थी। खैर, झरिया के गरम मिजाज का अंदाजा नए थानेदार को चौथाईकुल्ही में हुआ। पेट भरने को ठेले पर सब्जी बेच रहे पति-पत्नी को गालियां दी गईं। पत्नी उखड़ गई। खूब गरियाई। मारने को पत्थर उठा लिया। हल्ला हुआ कि वासेपुर का महताब आलम छाया थानेदार है। लोग तब बिदक गए जब वो इंदिरा चौक पर थानेदार के साथ वाहन जांच करते दिखा। थानेदार सांसद पीएन सिंह से लेकर विधायक मथुरा महतो के निशाने पर हैैं।
मिस इंडिया आइए, पौधा लगाइए
मिस इंडिया 2018 की रनरअप रही अनिता मजूमदार ने कोयलांचल से जो कुछ लिया है, कोरोना काल में उसे लौटाने मेें लगी हैैं। मायानगरी में कास्टिंग डायरेक्टर हैैं। कोरोना ने कोहराम मचाया तो गृह नगर आईं। धनबाद नगर निगम ने उन्हें ब्रांड अंबेसडर बनाया। अनिता घूम-घूम कर सैनिटाइजेशन करा रही हैैं। कुसुम विहार में घर है। डीएवी कोयलानगर एवं धनबाद पब्लिक स्कूल से पढ़ी हैैं। जाननेवाले बहुत हैैं। लोग उन्हें कॉल कर रहे हैैं। मास्क पहन नगर निगम के कर्मचारियों के साथ उस इलाके को सैनिटाइज करने के लिए तत्काल हाजिर हो जा रही है। विश्व पर्यावरण दिवस आया तो उस भुईफोड़ मंदिर में पौधारोपण किया जहां बचपन में पूजा करती थी। अब भुइफोड़ मंदिर के सामने डिवाइडर के बीच पौधारोपण की तैयारी है। आखिर कोरोना काल में सैनिटाइजेशन के साथ ऑक्सीजन भी तो उतना ही जरूरी है। ऑक्सीजन गर्ल बनने की एक और ख्वाहिश।
दिल के अरमा आंसुओं में बह गए
नौ महीने पहले तोपचांची की अफसाना परवीन का निकाह हो रहा था। अब्बा अब्दुल खालिक ने बिटिया के निकाह में इतने बेहतरीन इंतजाम किए थे कि लोग वाह-वाह कर उठे। निरसा से बारात आई थी। दूल्हे सद्दाम हुसैन की हर फरमाइश पूरी की गई थी। परवीन हसीन सपने देख रही थी। निकाह के बाद विदाई हुई। आज उसी अफसाना के दिल के अरमा आंसुओं में बह रहे हैैं। पति सद्दाम हुसैन ने दहेज में और तीन लाख रुपये की मांग की थी। और रुपये नहीं मिले तो वाट्सअप पर तीन तलाक दे दिया। जिस मायके से विदा होकर ससुराल गई थी, आज वापस उसी मायके में आ चुकी है। उसके पेट में छह माह का बच्चा है। अफसाना का यह अफसाना वाकई दर्दनाक है, तभी तो निरसा की सोलह आना कमेटी ने सद्दाम हुसैन और उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया है।