CMPF Co-operative Colony Firing Case: छत से निशाना साध की अंधाधुंध फायरिंग, खौफनाक मंजर को मृतक की बेटी ने बयां किया
चिकित्सकों के मुताबिक शशिदेव को तीन गोलियां कमर के आसपास लगी है। एक कमर के पास दूसरी जांघ में व तीसरी कमर के नीचे लगी है। रविदेव सिंह को एक गोली सीने के नीचे लगी।
धनबाद, जेएनएन। सरायढेला सीएमपीएफ कोऑपरेटिव कॉलोनी में बुधवार की शाम नाली के मामूली विवाद को लेकर दो पड़ोसियों में भिड़ंत हो गई। दोनों पक्षों के बीच मारपीट व पथराव हुआ। विवाद इतना बढ़ा कि काशीनाथ चौधरी का बड़ा बेटा छत की रायफल से निशाना साध कर फायरिंग की। इससे एक पड़ोसी की माैत हो गई। इस घटना के बाद मृतक की बेटी और चश्मदीदों ने आंखों देखी खौफनाक मंजर को बयां किया है। नाली विवाद में काशी नाथ चौधरी के पुत्र इतने आवेश में आ गये कि रायफल से अंधाधुंध गोलियां चला दी। चश्मदीद ने बताया शाम को रवि देव सिंह ऑफिस से घर लौटे थे। इसी बीच नाली विवाद को लेकर बहस होने लगी। काशीनाथ चौधरी अपने छत से गाली-ग्लौज करने लगे। इस बीच पत्थरबाजी शुरू हो गयी।
बेटी की जुबानी पिता की हत्या की कहानी
मृतक रवि देव सिंह की पुत्री साक्षी सिंह ने घटना के संबंध में बताया कि बुधवार सुबह से ही दोनों परिवारों में नाली को लेकर झगड़ा चल रहा था। विवाद बढऩे पर सबसे पहले काशीनाथ का बड़ा बेटा बेसबॉल बैट से नके पिता को मारने दौड़ा था। लेकिन वह सफल नहीं हो पाया। इस बीच विवाद और बढ़ता चला गया। तभी काशीनाथ चौधरी के घर से उनके घर के ऊपर पत्थरबाजी शुरू हो गई। इसके जवाब में उनके परिवार ने भी पत्थरबाजी शुरू कर दी। इससे नाराज काशीनाथ चौधरी का बड़ा बेटा दौड़ते हुए दूसरे तल्ले पर बने अपने मकान के अंदर गया और वहां से बाहर निकलने के बाद सीधे उनके पिता पर गोली चला दी। इस बीच काशीनाश का बड़ा बेटा छत की बालकनी से रायफल से अंधाधुंध गोली चला दिया। रवि देव सिंह नीचे अपने घर के गेट पर खड़े थे। गोली सीधे उनकी दायीं छाती पर लगी। वह गिर गये। गोली की आवाज सुनकर छोटा भाई बाहर आया, उसे भी तीन गोलियां मार दी गयी। शशि देव को तीनों गोलियां कमर व जांघ के आसपास लगी। रवि की मां के सिर से गोली सटकर निकल गयी। घर की एक बहू को ईंट फेंक कर मारा गया। इसके बाद सभी को लेकर परिजन पीएमसीएच पहुंचे।
सेना से सेवानिवृत्त सह बैंक कर्मी दूसरे भाई की हालत नाजुक, दुर्गापुर मिशन अस्पताल भेजा गया
सरायढेला सीएमपीएफ कोऑपरेटिव कॉलोनी में बुधवार की शाम नाली के मामूली विवाद को लेकर दो पड़ोसियों में भिड़ंत हो गई। दोनों पक्षों के बीच मारपीट व पथराव हुआ। इस बीच एक ने दूसरे पड़ोसी के दो बेटों को लाइसेंसी राइफल से गोली मार दी। इससे भगदड़ मच गई। बुरी तरह जख्मी दोनों भाइयों 41 साल के रविदेव सिंह व 38 साल के शशिदेव सिंह को उनके परिजन व स्थानीय लोग पीएमसीएच ले गए। वहां पहुंचते ही शशिदेव ने दम तोड़ दिया। रविदेव की भी हालत नाजुक है। उसे रात में दुर्गापुर मिशन अस्पताल ले जाया गया है। सरायढेला थाना की पुलिस ने हत्या के आरोप में काशीनाथ चौधरी व उसके पुत्र अरविंद चौधरी को गिरफ्तार किया है। राइफल व खोखा जब्त किया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों पड़ोसियों का घर आमने-सामने है। काशीनाथ के घर से निकला नाली का पानी सड़क पर आता है। इसी कारण दोनों पक्षों में विवाद हो गया। इधर तनाव को देखते हुए पुलिस काशीनाथ के घर की महिला को भी थाने लाई है। काशीनाथ का बड़ा पुत्र मंजीत अभी दिल्ली में है। घटनास्थल को सील कर दिया गया है। डीएसपी मुकेश कुमार, सरायढेला थाना प्रभारी किशोर तिर्की समेत एक दर्जन जवान मौके पर कैंप कर गए हैं। शशिदेव व रविदेव के पिता कृष्णा सिंह बीसीसीएल से सेवानिवृत्त हैं। शशिदेव कोयला व जमीन का कारोबार करता था। रविदेव सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद बैंक ऑफ इंडिया की आमाघाटा शाखा में कार्यरत है। दूसरी ओर आरोपित अरविंद एक ठेकेदार के मातहत काम करता है।
दोनों भाइयों के लगीं पांच गोलियां
चिकित्सकों के मुताबिक शशिदेव को तीन गोलियां कमर के आसपास लगी है। एक गुप्तांग के पास, दूसरी जांघ में व तीसरी कमर के नीचे लगी है। रविदेव सिंह को एक गोली सीने के नीचे व दूसरी पेट में लगी है।
घायल आरोपितों को अस्पताल ले गई पुलिस
दोनों पक्षों के बीच हुई मारपीट व पथराव में आरोपित काशीनाथ व उसका पुत्र भी जख्मी हो गया है । इनको इलाज के लिए पुलिस शाम को पीएमसीएच ले गई। पुलिस का कहना है कि पथराव में जख्मी होने के बाद काशीनाथ व उसके पुत्र ने ताबड़तोड़ गोलियां दाग दीं।
नाली के मामूली विवाद में दो पड़ोसी भिड़े थे, एक के दो बेटों को दूसरे ने गोली मार दी। शशिदेव की मौत हुई, उसका भाई रविदेव जख्मी है। उसको दुर्गापुर मिशन अस्पताल भेजा गया है। काशीनाथ चौधरी, अरविंद समेत उसके परिवार को हिरासत में लिया है। जिस राइफल से गोली चली उसे जब्त किया है। शशिदेव के घरवालों का बयान आने के बाद प्राथमिकी होगी।
-अखिलेश बी वारियर, एसएसपी, धनबाद