इंतजार खत्म, शादी विवाह के लिए 25 नवंबर से शुरू हो रहे शुभ मुहूर्त, 15 दिसंबर से खरमास शुरू

हमारे देश में अगर किसी की शादी हो रही है तो वह पूरे रस्मों रिवाज के साथ निभाई जाती है। ऐसे में जाहिर है की इस खास पल के लिए लोग शुभ मुहूर्त का इंतजार करते है। और वह शुभ मुहूर्त तकरीबन आठ महीने के बाद फिर आ चुका है

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Publish:Sat, 21 Nov 2020 12:00 PM (IST) Updated:Sat, 21 Nov 2020 12:00 PM (IST)
इंतजार खत्म, शादी विवाह के लिए 25 नवंबर से शुरू हो रहे शुभ मुहूर्त, 15 दिसंबर से खरमास शुरू
इस दिन से विवाह सहित अन्य शुभ कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे।

जेएनएन, धनबादः हमारे देश में अगर किसी की शादी हो रही है तो वह पूरे रस्मों रिवाज के साथ निभाई जाती है। ऐसे में जाहिर है की इस खास पल के लिए लोग शुभ मुहूर्त का इंतजार करते है। और वह शुभ मुहूर्त कोरोना काल के तकरीबन आठ महीने के बाद फिर आ चुका है।शादी विवाह समेत अन्य शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त शुरू होने जा रहा है। पहली लग्न की शुरुआत देवउठानी एकादशी के दिन 25 नवंबर को होगी। इस दिन से विवाह सहित अन्य शुभ कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे।

15 दिसंबर से शुरू हो रहा खरमास: वहीं इस वर्ष विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 11 दिसंबर तक ही है, क्योंकि 15 दिसंबर से खरमास शुरू हो रहा है। इसलिए इस माह में विवाह के लिए मुहूर्त नहीं रहते हैं। दिसबंर के बाद 4 माह बाद सिर्फ अप्रैल में विवाह के मुहूर्त है। इस वर्ष 25 नवंबर को देव प्रबोधिनी एकादशी के दिन विवाह का शुभ मुहूर्त है। इसलिए इस दिन विवाह व हर तरह के मांगलिक कार्य किए जाते हैं। इसके बाद  30 नवंबर को विवाह के मुहूर्त रहेंगे। दिसंबर में 1, 7, 8, 9 और 11 तारीख को विवाह के मुहूर्त रहेंगे।

2021 में अप्रैल में पहला मुहूर्तः खड़ेश्वरी मंदिर के पुजारी राकेश पांडे के अनुसार, इस वर्ष सूर्य धनु राशि में 15 दिसंबर को प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए दिसंबर में खरमास शुरू हो जाएगा, जो कि अगले साल 2021 के 14 जनवरी तक रहेगा। खरमास में विवाह व अन्य शुभ कार्य के लिए मुहूर्त नहीं होते हैं। इसलिए किसी प्रकार का शुभ कार्य नहीं किया जाता है। इसके बाद 19 जनवरी से 16 फरवरी तक गुरु तारा अस्त रहेगा। इस दौरान विवाह के लिए मुहूर्त नहीं माना जाता है। फिर 16 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र तारा अस्त रहेगा। इसलिए 11 दिसंबर से अगले 4 महीने तक विवाह के लिए शुभ मुहूर्त नहीं रहेंगे। यानी अगले वर्ष 22 अप्रैल को पहला विवाह मुहूर्त है।

साल 2020 में विवाह मुहूर्त: वर्ष 2020 में जनवरी व फरवरी माह में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त थे, इसलिए विवाह हुए, लेकिन मार्च माह में होलाष्टक के कारण मुहूर्त नहीं थे। इसके बाद कोरोना वायरस के कारण, मई माह में मुहूर्त होने के बावजूद जिला प्रशासन के आदेश अनुसार बेहद कम शादियां हुईं। फिर अनलॉक शुरू होने के दौरान 31 मई से 8 जून तक शुक्र तारा अस्त होने से शादी विवाह के लिए मुहूर्त नहीं थे। जून माह में सिर्फ 7 दिन मुहूर्त थे। इसके बाद 1 जुलाई को एकादशी पर देवशयन हो गया और चातुर्मास लग गया। अधिक मास की वजह से इन 5 महीनों में कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। अब सीधे 25 नवंबर से ही विवाह और अन्य शुभ कार्य के लिए शुभ मुहूर्त प्रारंभ हो रहे हैं।

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