कोल इंडिया की 23 भूमिगत खदानें होंगी बंद, इनमें बीसीसीएल की आठ

धनबाद कोल इंडिया ने सालाना 50 हजार टन से कम कोयला उत्पादन करने वाली खदानों को पूरी तरह बंद करने का निर्णय लिया है। इनमें ईसीएल की दस व बीसीसीएल की आठ भूमिगत खदानों सहित कोल इंडिया की 23 खदान हैं। ये झारखंड के धनबाद रामगढ़ और बंगाल में स्थित हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Aug 2020 02:37 AM (IST) Updated:Sun, 16 Aug 2020 06:04 AM (IST)
कोल इंडिया की 23 भूमिगत खदानें होंगी बंद, इनमें बीसीसीएल की आठ
कोल इंडिया की 23 भूमिगत खदानें होंगी बंद, इनमें बीसीसीएल की आठ

धनबाद : कोल इंडिया ने सालाना 50 हजार टन से कम कोयला उत्पादन करने वाली खदानों को पूरी तरह बंद करने का निर्णय लिया है। इनमें ईसीएल की दस व बीसीसीएल की आठ भूमिगत खदानों सहित कोल इंडिया की 23 खदान हैं। ये झारखंड के धनबाद, रामगढ़ और बंगाल में स्थित हैं। बीसीसीएल की एक व सीसीएल की दो भूमिगत खदान को बंद करने का आदेश भी जारी हो गया है। कोल इंडिया की 14 जुलाई को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है। कंपनी सचिव एम विश्वनाथन की इस परिप्रेक्ष्य में दी गई रिपोर्ट के बाद कोल इंडिया महाप्रबंधक अंजनी कुमार ने 30 जुलाई को संबंधित कंपनी को दिशा निर्देश जारी कर दिया है। दरअसल कोल इंडिया में 80 भूमिगत खदान हैं। प्रबंधन 53 खदान की स्टडी रिपोर्ट बनवा रहा है। ताकि पता चल सके कि किस खदान को चलाने से लाभ होगा। ऐसी 23 खदानों की पहचान हो गई है जो कम उत्पादन कर रही हैं। प्रबंधन का तर्क है कि वैसी खदानों को चलाकर कोई फायदा नहीं है। इनके चलते कोल इंडिया को 2019-20 में 12866 करोड़ का घाटा हो गया। 23 खदानों के बंद होने से बचेंगे 668.80 करोड़ :

कंपनी सचिव की रिपोर्ट में कहा गया कि 23 खदान बंद होने से 668.80 करोड़ की बचत होगी। बीसीसीएल की आठ खदान बंद होने से 378 करोड़ रुपये बचेंगे। इसी साल बीसीसीएल की एक व सीसीएल की दो खदान मोदीडीह, सीसीएल की उरीमारी, सारूबेरा बंद होंगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि 30.04 मिलियन टन कोयला 2019-20 में भूमिगत खदान से किया गया। 23 खदानों से केवल 5.73 लाख टन ही कोयला उत्पादन हो सका।

बीसीसीएल की बंद होंगी ये खदान : -ईजे एरिया की भौंरा नार्थ कोलियरी।

-गोविदपुर एरिया की जोगीडीह, खरखरी, महेशपुर कोलियरी।

- पीबी एरिया की भागाबांध, केबी 10-12 पीट, पीबी प्रोजेक्ट।

- सिजुआ एरिया की मोदीडीह। ईसीएल की बंद होंगी ये खदान : - कजोरा एरिया की मधुसूदनपुर सात पीट, नव कजोरा।

- कनस्तोड़िया एरिया की बेलबाद।

- सतग्राम एरिया की चपुई खास, सतग्राम प्रोजेक्ट।

- सोदपुर एरिया की चिनाकुड़ी तीन नंबर, धेमोमेन, धेमोमेन पीट, सोदपुर।

-श्रीपुर एरिया की निघा कोलियरी।

कोट

बीसीसीएल की घाटे वाली आठ भूमिगत बंद करने का पत्र मिला है। घाटे वाली खदान को चलाने से लाभ नहीं है। चंचल गोस्वामी, डीटी बीसीसीएल

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