सिंफर विज्ञानी ने शेयर किया अनुभव...लौंग और काली मिर्च मिले पानी का भांप लिया और हो गए नेगेटिव Dhanbad News

आपकी रसोई में रखे मसाले सिर्फ सब्जियों के स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि सेहत सुधारने के लिए भी कारगर हैं। बस जरूरत है तो उनके सही इस्तेमाल की। युवा विज्ञानी डॉ. आदित्य राणा जिन्होंने लौंग और काली मिर्च मिले पानी का भाप लिया और नेगेटिव हो गए।

By Atul SinghEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 03:25 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 03:25 PM (IST)
सिंफर विज्ञानी ने शेयर किया अनुभव...लौंग और काली मिर्च मिले पानी का भांप लिया और हो गए नेगेटिव Dhanbad News
सब्जियों के स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि सेहत सुधारने के लिए भी कारगर हैं मसाले। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

धनबाद, जेएनएन : आपकी रसोई में रखे मसाले सिर्फ सब्जियों के स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि सेहत सुधारने के लिए भी कारगर हैं। बस जरूरत है तो उनके सही इस्तेमाल की। ताजा उदाहरण बने हैं देश की शीर्ष शोध इकाई में शुमार केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान के युवा विज्ञानी डॉ. आदित्य राणा जिन्होंने लौंग और काली मिर्च मिले पानी का भाप लिया और नेगेटिव हो गए। अपने अनुभव को उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर शेयर किया है। आप भी देखिए क्या लिखा है सिंफर विज्ञानी ने। 

सिंफर के ब्लास्टिंग विभाग के युवा वैज्ञानिक डॉ. आदित्य राणा के अनुसार दो-तीन दिनों से उनके गले में खराश हो रही थी। फिर हल्का बुखार, सूखी खांसी और शरीर की मांसपेशियों में भी हल्का सा दर्द महसूस हुआ। आनन-फानन में शनिवार को संस्थान के डॉक्टर से मिले। उन्होंने कोविड-19 की कुछ दवाइयां सुझाए और जल्द से जल्द आरटीपीसीआर टेस्ट कराने को कहा। शनिवार की शाम उन्होंने अपनी पत्नी के साथ सैंपल भेजा। सोमवार को टेस्ट रिपोर्ट मिली जिसमें पति पत्नी दोनों नेगेटिव थे। पर इसके बावजूद उनका शरीर का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था।

ऑक्सीजन लेवल सामान्यत 99 के आसपास रहना चाहिए जो 96 हो गया था और सीने में दर्द भी हो रहा था। इसी बीच उनके ससुर अरविंद सिंह भी पॉजिटिव हो गए। उनका लक्षण भी दामाद जैसा ही था। आदित्य के बड़े भाई अश्विनी राणा और कुछ खबरों से उन्हें यह पता चला कि कोरोना म्यूटेशन होने के कारण आरटी पीसीआर टेस्ट नेगेटिव आ रहा है। ऐसा उनके दो-तीन दोस्तों के साथ भी हुआ है। इस बीच आदित्य राना की बातचीत उनके किसी पुराने मित्र करण यादव से हुई।

उन्होंने बताया कि उनके परिवार के कई लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे। एक आयुर्वेदिक आचार्य के कहने पर लौंग और काली मिर्च मिले हुए पानी की भाप तीन-चार बार 5 से 10 मिनट तक लेने से एक-दो दिनों में ही सभी नेगेटिव हो गए। अपने मित्र की बात सुनकर डॉ आदित्य ने भी इस नुस्खे को आजमाया जिसके चमत्कारिक परिणाम आए। भाप लेने के बाद उनके शरीर से कोरोना जैसे लक्षण विदा लेने लगे। मंगलवार की शाम से अब तक चार बार लौंग और काली मिर्च मिले पानी का भाग ले चुके हैं।

भाप लेने से नासिका तंत्र साफ करने के दौरान काफी बलगम भी मुंह से निकला और रात से ही लक्षण मुक्त हो गए हैं। ऑक्सीजन का लेबल फिर से 99 हो चुका है। दूसरी ओर उनके ससुर को भी डॉक्टर ने कल शाम अस्पताल में भर्ती होने का सुझाव दिया था। अस्पताल में भर्ती होने के बजाय उन्होंने भी भाप लेना शुरू किया। आज सुबह उठने के बाद उनका ऑक्सीजन लेवल भी बढ़ गया है। चेहरे पर शांति और सुकून छा गई है।

 डॉ आदित्य लिखते हैं कि संक्रमित व्यक्ति इस प्रक्रिया को अपनाकर देख सकते हैं। अगर किसी को इससे फायदा हो तो वह भी अपने अनुभव साझा करें इससे आम लोगों में इस पद्धति के प्रति विश्वास और जगेगा।

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