Bonus in Railways: रेल कर्मचारियों के बोनस को कैबिनेट की मंजूरी, मायूस चेहरों पर खिली मुस्कान

शनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन के जोनल सचिव प्रेम शंकर चतुर्वेदी ने बताया की रेल कर्मचारियों को बोनस की कैबिनेट की मंजूरी मिलना स्वागत योग्य है। फेडरेशन इसे लेकर लगातार प्रयास कर रहा था। अगस्त महीने में ही राष्ट्रीय महामंत्री ने रेलवे बोर्ड चेयरमैन को पत्र भेज दिया था।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 03:12 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 04:59 PM (IST)
Bonus in Railways: रेल कर्मचारियों के बोनस को कैबिनेट की मंजूरी, मायूस चेहरों पर खिली मुस्कान
बोनस के लिए रेल कर्मचारी यूनियनों ने 22 अक्टूबर को दो घंटे तक चक्का जाम की घोषणा की है।

धनबाद, जेएनएन।  रेलवे कर्मचारियों को मिलने वाले उत्पादकता आधारित बोनस को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल गई। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन की ओर से इसकी संभावना पहले ही जता दी गई थी। फेडरेशन से जुड़े ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के मीडिया प्रभारी एनके खवास ने बताया कि रेलवे बोर्ड से जल्द ही आदेश जारी होने का अनुमान है। इसके बाद एक-दो दिनों में ही कर्मचारियों के खाते में बोनस की राशि पहुंच जाएगी। दूसरी ओर, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन के जोनल सचिव प्रेम शंकर चतुर्वेदी ने बताया की रेल कर्मचारियों को बोनस की कैबिनेट की मंजूरी मिलना स्वागत योग्य है। फेडरेशन इसे लेकर लगातार प्रयास कर रहा था। अगस्त महीने में ही राष्ट्रीय महामंत्री ने रेलवे बोर्ड चेयरमैन को पत्र भेज दिया था। चतुर्वेदी ने मंगलवार को भी डीआरएम के माध्यम से रेलवे बोर्ड को पत्र भेज कर बोनस को स्वीकृति देने का आग्रह किया था।

दुर्गापूजा से पहले मिलने वाले बोनस को लेकर आंदोलन पर उतरे रेल कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। बोनस भुगतान के मुद्दे पर बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की  बैठक में फैसला हो गया। इसे लेकर ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने यूनियन को जानकारी दी है। रेल यूनियनों ने 22 अक्टूबर को दो घंटे के लिए रेल चक्का जाम करने की चेतावनी दी है। इसके बाद बोनस भुगतान का निर्णय लिया गया। 

इस सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के मीडिया प्रभारी एनके खवास ने बताया कि फेडरेशन के महामंत्री ने जानकारी दी है कि रेल कर्मचारियों के बोनस मामले को लेकर रेल मंत्री और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन कम सीईओ से बातचीत हुई है। दरअसल, बोनस नहीं मिलने से नाराज देशभर के रेल कर्मचारी आंदोलन पर उतर गए हैं। उनके आंदोलन को दबाने के लिए रेलवे बोर्ड ने यह फरमान भी जारी कर दिया कि ड्यूटी आवर के दौरान जो भी कर्मचारी आंदोलन में शामिल होते हैं, उनकी सूची रेलवे बोर्ड को उपलब्ध कराई जाए। बोर्ड के आदेश के बावजूद कर्मचारियों ने अलग-अलग जगहों पर बोनस दिवस मनाकर मंगलवार को धरना प्रदर्शन किया। 22 अक्टूबर को रेल का चक्का जाम करने की चेतावनी भी पहले ही दी जा चुकी है। मामले को गंभीरता से लेकर बुधवार को बोनस पर निर्णय लिया गया। यूनियन प्रतिनिधियों के अनुसार 78 दिनों के बोनस की घोषणा हुई तो हर कर्मचारी को 17950 रुपये मिलेंगे। धनबाद रेल मंडल के लगभग 20 हजार कर्मचारियों को बोनसे मिलेगा। बोनस के रूप में तकरीबन 36 करोड़ रुपये बंटेंगे। 

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