Bihar Election 2020: पूजा के मौसम में भाजपा नेताओं की लगी चुनाव ड्यूटी, विधायक राज सिन्हा व इन्द्रजीत महतो को भेजा गया बिहार

कोरोना संकट की वजह से दुर्गा पूजा सादगी से मनाई जा रही है। हालांकि भाजपा के कुछ नेताओं को वह भी नसीब नहीं है। बिहार विधानसभा चुनाव एवं झारखंड में बेरमो व दुमका उपचुनाव की वजह से भाजपा नेताओ के लिए संगठन को प्राथमिकता देने को कहा गया है।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Sat, 17 Oct 2020 11:00 PM (IST) Updated:Sat, 17 Oct 2020 11:00 PM (IST)
Bihar Election 2020: पूजा के मौसम में भाजपा नेताओं की लगी चुनाव ड्यूटी, विधायक राज सिन्हा व इन्द्रजीत महतो को भेजा गया बिहार
धनबाद विधायक राज सिन्हा व सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो। (फाइल)

धनबाद, जेएनएन। कोरोना संकट की वजह से दुर्गा पूजा अन्य वर्षो की अपेक्षा सादगी से मनाई जा रही है। हालांकि भाजपा के कुछ नेताओं को वह भी नसीब नहीं है। बिहार विधानसभा चुनाव एवं झारखंड में बेरमो व दुमका मे उपचुनाव की वजह से भाजपा नेताओ के लिए संगठन को प्राथमिकता देने को कहा गया है। जिले के दर्जनभर नेताओं को चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है।

धनबाद विधायक राज सिन्हा व सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो को बिहार चुनाव में ड्यूटी दी गई है। पहले चरण के प्रचार के लिए सिन्हा गया पहुंच चुके हैं। इन्द्रजीत महतो को पटना में बताया जाएगा कि उन्हें कहां प्रचार करना है। उन्हे उम्मीद है कि नवादा जिला में लगाया जा सकता है। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है। पहले चरण में 28 अक्टूबर को सूबे के 71 विधासभा सीटों पर मतदान होना है। इसको लेकर कई प्रदेशों के भाजपा नेताओं को बिहार में जमावड़ा लगना शुरू हो गया है।

गया के सभी विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी बनाए गए गणेश: झारखंड में प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख रहे गणेश मिश्रा को तो गया जिला के सभी विधानसभा क्षेत्रों का प्रभारी ही बना दिया गया है। अपने बड़े भाई के श्राद्ध कर्म से निवृत होते ही उन्हें पुनः बुला लिया गया। इधर अनुसूचित जाति मोर्चा के निताई रजवार को भागलपुर के पीरपैंती, गुड्डू घोष को कहलगांव की बागडोर दी गई है। जियाडा के स्वतंत्र निदेशक रहे सत्येंद्र कुमार दुमका उपचुनाव के प्रभारी बनाए गए हैं। संजय झा व वीरेंद्र हादसा भी वहीं भेजे गए हैं।

बसंत का नामांकन रद्द करने की मांग कर खूब चर्चा बटोरी : झाविमो से हाल ही में आए रमेश कुमार राही को भी दुमका भेजा गया है। उन्होंने वहां सीएनटी का उल्लंघन कर सोरेन परिवार द्वारा धनबाद में जमीन खरीद का मुद्दा उछाल कर झामुमो प्रत्याशी को रक्षात्मक स्थिति अपनाने पर विवश भी कर दिया है। राही ने धनबाद में ख़रीदी गई जमीन का जिक्र हलफनामे में नहीं करने पर बसंत सोरेन का नामांकन रद्द करने की मांग कर खूब चर्चा बटोरी है। वहीं रुपेश सिन्हा व सुनील उरांव को बेरमो उपचुनाव में लगाया गया है। इसके अतिरिक्त कई अन्य कार्यकर्ताओं की भी सूची तैयार हो रही है।

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