बीसीसीएलकर्मियों को एकमुश्त मिलेगा बोनस, 280 करोड़ भुगतान के लिए लिया जाएगा कर्ज Dhanbad News

बैठक में हाई वोलाटाइल मैटर कोल (एचवीएमसी) की नई दरों को मंजूरी भी दी गई। यह मंगलवार रात 12 बजे से ही लागू हो गई हैं। इनका लाभ रेगुलेटेड सेक्टर के उद्योगों का जिनका एफएसए फिलहाल प्रभावी है उन्हें मिलेगा। इनके तहत जिले के 31 हार्डकोक उद्योग भी आते हैं।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 07:52 AM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 07:52 AM (IST)
बीसीसीएलकर्मियों को एकमुश्त मिलेगा बोनस, 280 करोड़ भुगतान के लिए लिया जाएगा कर्ज Dhanbad News
बीसीसीएल बोर्ड की बैठक में कर्ज लेकर बोनस भुगतान का निर्णय लिया गया।

धनबाद, जेएनएन। बीसीसीएल कर्ज लेकर कर्मचारियों के बोनस का एकमुश्त भुगतान करेगी। हालांकि इसमें एक-दो दिन का विलंब हो सकता है। पूरी प्रक्रिया निपटाते हुए लगभग 23 या 24 तक भुगतान करने की संभावना है। एकमुश्त बोनस भुगतान का निर्णय मंगलवार को बीसीसीएल बोर्ड की बैठक में लिया गया। बैठक में कंपनी के वित्तीय स्थिति की छमाही रिपोर्ट भी पेश की गई। बताया गया कि कंपनी फिलहाल 1200 करोड़ रुपये के कर्ज में है। पिछले छह माह में तकरीबन 600 करोड़ का घाटा हुआ है। बोनस भुगतान के लिए उसे लगभग 280 करोड़ रुपये का कर्ज लेना होगा।

बनेगा सौर ऊर्जा संयंत्र

बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएमडी गोपाल सिंह ने बताया कि जल्द ही कोयलानगर में एक सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना की जाएगी। इसके निर्माण में तकरीबन 68 करोड़ की लागत आएगी। प्रस्ताव को बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। इसकी स्थापना सौर ऊर्जा निगम की ओर से किया जाएगा। कोयला भवन व कोयलानगर को इससे रोशन किया जाएगा। निगम के साथ इस दिशा में एमओयू भी किया जाएगा। प्रक्रिया जारी है।

एचवीएमसी कोयले की नई दर जारी

बोर्ड की बैठक में हाई वोलाटाइल मैटर कोल (एचवीएमसी) की नई दरों को मंजूरी भी दी गई। यह मंगलवार रात 12 बजे से ही लागू हो गई हैं। इनका लाभ रेगुलेटेड सेक्टर के उद्योगों का जिनका एफएसए फिलहाल प्रभावी है उन्हें मिलेगा। इनके तहत जिले के 31 हार्डकोक उद्योग भी आते हैं। हालांकि लगभग 83 हार्डकोक संयंत्र रेगुलेटेड सेक्टर में नहीं आते उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा। कंपनी ने जारी अधिसूचना में बताया है कि नयी दर के अतिरिक्त रॉयल्टी, डीएमएफटी, बाजार फीस, कोविड सेस व अन्य लेवी, जीएसटी, जीएसटी कंपेनसेशन सेस, साइङ्क्षजग चार्ज आदि का अतिरिक्त व्यय कारोबारियों को करना होगा। कंपनी ने जो दरें लागू की हैं उनके मुताबिक अब वाशरी-4 कोल 2600 रुपये प्रति टन, वाशरी-5 ग्रेड 2427 व वाशरी-6 ग्रेड 2254 रुपये प्रति टन मिलेगा।

लीव इंकैशमेंट, एलटीसी, एलएलटीसी पर लगी रोक हटाने पर चर्चा

बैठक में कोरोना संकट की वजह से लीव इंकैशमेंट, एलटीसी, एलएलटीसी पर लगी रोक हटाने पर भी चर्चा हुई। इन्हें सितंबर माह तक के लिए लगाया हुआ था। सोमवार को हुई सीसीसी की बैठक में श्रमिक प्रतिनिधियों ने इनकी मांग की थी। इस पर अधिकारियों ने इसे जल्द हटाने का आश्वासन दिया था।

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