Bank Loan Fraud: अगर आप भी नई गाड़ी लोन पर लेने जा रहे तो हो जाइए सावधान! हो सकते फ्रॉड का शिकार, पढ़िए पूरी खबर

अगर आप नई कार या बाइक लोन पर लेने जा रहे है तो ठहरिए। कहीं आपके साथ धोखाधड़ी न हो जाए। जी हां सही सुन रहे है। आज केवल साइबर अपराधियों से ही नहीं बल्कि ऐसे बैंको के एजेंटो से भी जो आपको लोन प्रोवाइड करवा रहे है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Mon, 04 Jan 2021 02:08 PM (IST) Updated:Mon, 04 Jan 2021 04:12 PM (IST)
Bank Loan Fraud: अगर आप भी नई गाड़ी लोन पर लेने जा रहे तो हो जाइए सावधान!  हो सकते फ्रॉड का शिकार, पढ़िए पूरी खबर
नई बाइक या कार, लोन पर लेने जा रहे है तो ठहरिए। कहीं धोखाधड़ी न हो जाए। (प्रतीकात्म्क तस्वीर)

धनबाद, अतुल कुमार सिंह: अगर आप नई बाइक या कार, लोन पर लेने जा रहे है तो ठहरिए। कहीं आपके साथ धोखाधड़ी न हो जाए। जी हां सही सुन रहे है। आज केवल साइबर अपराधियों से ही आपकाे संभल कर रहने की आवश्यकता नहीं है। बल्कि ऐसे बैंको के एजेंटो से भी जो आपको लोन प्रोवाइड करवा रहे है।

ये इतने शातिर होते है कि आपको पता भी नहीं चलेगा और हजारोंं की चपत लग जाएगी। ये आपकों व्याज कुछऔर बताते है और आपसे वसुलते कुछ और है। ये इतनी बारिकी से काम को करते है की आप बहुत आसनी से इनके झांसे में आ जाते है। यहीं नहीं ये आपके डाउन पेमेंट के साथ भी छेड़-छाड़ करते है इसमें खुब चालाकी के साथ अंजाम देते है। आपको शुरू में कुछ और डाउनपेमेंट करने को बोलेंगे फिर बाद में आपसे कुछ और ऐंठते है। 

केस स्टडी वन:   भुक्तभोगी ने बताया की एचडीएफसी बैंक के एक एजेंट ने उन्हें शुरू में डाउपेंमेंट कुछ और करने के लिए बोला फिर बाद में उससे कुछ और डाउनपेंमेंट लिया गया। गाड़ी की ऑनरोड कीमत 125,867 रुपये थी, जिसमें उसे शुरू में 52358र रुपये डाउनपेमेंट देने को कहा गया। और बड़े ही चालाकी से गाड़ी की ऑनरोड प्राइज को 125000 कर दिया गया और बाकी बचे 867 रुपये को डाउनपेंमेंट में जोड़ दिया गया। और बोला गया की यह पैसा गाड़ी के एसोसिरिज में ऐड कर लिया  जिससे अब उस कस्टमर को 52358 रुपये की जगह 53225 रुपये देने पड़े। इससे आपकी लोन एमाउंट कम हाेनी चाहिए थी। लेकिन एमाउंट भी कम नहीं किया जाता है और प्रतिमाह व्याज की राशि में भी कटौती नहीं की जाती है। मतलब  पहले के मुकाबले आपसेे डाउनपेंमेंट तो ज्यादा वसूल की जा रही है। किन्तु इसका कोई लाभ आपको नहीं मिल रहा है। भुक्तभोगी को इस बात की जानकारी हुई तो उसने स्वीकृति पत्र को जमा करने से इन्कार कर दिया। और अपनी आप बीती जागरण के साथ साझा किया। 

केस स्टडी टू: भुक्तभोगी ने बताया की दीपावली के समय नई होंडा साइन गाड़ी एचडीएफसी बैंक से लोन पर ली थी। जिसमें एचडीएफसी के एजेंट ने  शुरू में दीपावली ऑफर बोल कर नौ प्रतिशत व्याज पर गाड़ी देने की बात की थी। लेकिन बाद में उससे लगभग 15 प्रतिशत का व्याज वसूला जा रहा है। यहीं नहीं लोन की राशि में भी हेर फेर की गई। पहले 60 हजार रुपये लोन की राशि बताई गई बाद में उसे 65 हजार कर दिया गया। पूछने पर बताया गया की पांच हजार रुपये प्रोसेसिंग चार्च ली गई है। जबकि पहलेे से इसके बारे में नहीं बताया गया था। इसके अलावा इसके टेनवर के साथ भी छेड़छाड़ की गई। पहले लोन दाे वर्षो के लिए स्वीकृत बताई गई थी, बाद में उसे तीन वर्ष कर दिया गया। 

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