दाल की छूने लगी आसमान; सरसों तेल की कीमत में फ‍िर से लगी आग Dhanbad News

आंशिक लाकडाउन का समय चल रहा है। ऐसे में दुकानें दो बजे बंद हो रही हैं। लोग अपने जरुरत के समानों की खरीदारी समय से कर रहे हैं। लोगों के लिए सरसों तेल की खरीदारी महंगी पड़ रही है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 05:20 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 05:20 PM (IST)
दाल की छूने लगी आसमान; सरसों तेल की कीमत में फ‍िर से लगी आग Dhanbad News
आंशिक लाकडाउन का समय चल रहा है। ऐसे में दुकानें दो बजे बंद हो रही हैं। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

धनबाद, जेएनएन: आंशिक लाकडाउन का समय चल रहा है। ऐसे में दुकानें दो बजे बंद हो रही हैं। लोग अपने जरुरत के समानों की खरीदारी समय से कर रहे हैं। लोगों के लिए सरसों तेल की खरीदारी महंगी पड़ रही है, जबकि इन दिनों विभिन्न प्रकार के दालों की दरों में कमी देखी जा रही है। इस बार बाजार में खाद्य सामग्री की कोई कमी नहीं है।

करकेंद के राशन दुकानदार विकास गुप्ता ने बताया कि हाल के दिनों में दालों की कीमतों में चार से पांच रूपये कम हुए हैं। उन्होंने बताया कि चना दाल 72 से 75 रुपये किलो, अरहर दाल एक सौ रुपये और मसूर दाल 78 रुपये किेलो बिक रही है। गुप्ता ने बताया कि इस बार के लॉकडाउन में खाद्य पदार्थों की किल्लत नहीं हुई है। ऐसे में बाजार में खाद्य पदार्थों कीमतें फिलहाल नियंत्रित हैं। गुप्ता ने बताया कि सरसों तेल की कीमतों को छोड़ अन्य मसालों की कीमतें भी नियंत्रित हैं। उन्होंने बतायाकि ईंजन और पोस्टमास्टर ब्रांड के सरसों तेल 170 से 177 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, जबकि अन्य ब्रांड के तेल 165 से 167 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।

 गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2020 में जब लॉक डाउन लगा था तो ग्राहक बेचैन हो गए थे। लोगों ने तीन-तीन माह का राशन अपने घरों में स्टॉक कर लिया था। इसका परिणाम यह हुआ कि खाद्य पदार्थों की थोड़ी कमी हो गई थी। इस बार ऐसा नहीं है। ग्राहक को जो सामान चाहिए वे बाजार से ले जा रहे हैं। कोई स्टॉक नहीं कर रहा है। यही कारण है कि राशन को लेकर बाजार स्थिर है।

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