Jharkhand: राजनीतिक दबाव में सिदो-कान्हू के वंशज के हत्यारोपी का सरेंडर, सीएम को घेरने को दुमका उपचुनाव में बनेगा मुद्दा

भोगनाडीह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट के तहत आता है। सिदो-कान्हू हूल विद्रोह के नायक रहे हैं। रामेश्वर की मृत्यु के बाद आदिवासियों में मर्माहट है।

By MritunjayEdited By: Publish:Tue, 23 Jun 2020 02:28 PM (IST) Updated:Tue, 23 Jun 2020 02:28 PM (IST)
Jharkhand: राजनीतिक दबाव में सिदो-कान्हू के वंशज के हत्यारोपी का सरेंडर, सीएम को घेरने को दुमका उपचुनाव में बनेगा मुद्दा
Jharkhand: राजनीतिक दबाव में सिदो-कान्हू के वंशज के हत्यारोपी का सरेंडर, सीएम को घेरने को दुमका उपचुनाव में बनेगा मुद्दा

साहिबगंज/ दुमका, जेएनएन। राजनीतिक दबाव के बाद सिदो-कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या के आरोपित सद्दाम अंसारी ने मंगलवार को साहिबगंज कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया जाएगा। सद्दाम का सरेंडर उस समय हुआ जब भाजपा नेत्री पूर्व मंत्री लुइस मरांडी दुमका में हेमंत सरकार पर सिदो-कान्हू के हत्यारे को बचाने का आरोप लगाते हुए धरना दे रही थीं। इस मुद्दे को लेकर भाजपा मुखर है। आने वाले दिनों में दुमका विधानसभा उपचुनाव होना है। रामेश्वर मुर्मू की हत्या के मामले को भाजपा मुद्दा बना रही है। 

पत्नी ने दर्ज कराया हत्या का मामला

सिदो-कान्हू के वंशज रामेश्वर मुर्मू का शव 13 जून को भोगनाडीह गांव के मांझी टोला से बरामद किया गया था। पुलिस ने लोगों से इस संबंध में पूछताछ की थी लेकिन किसी ने कोई आशंका नहीं जतायी। इसके बाद पुलिस ने यूडी केस दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया था। 16 जून को मृतक की पत्नी कपरो किस्कू ने बरहेट थाना में आवेदन देकर गांव के ही सद्दाम अंसारी पर हत्या का मामला दर्ज कराया था। उसका कहना था कि 12 जून को रामेश्वर मुर्मू अपने मौसेरे भाई सोबान किस्कू के साथ शाम में महुआ दारू पीने के लिए भोगनाडीह मांझी टोला की ओर गया था। वहां दारू नहीं मिलने पर भोगनाडीह से सटे हुए गांव धनजोड़ी की ओर जा रहा था। रास्ते में देखा कि भोगनाडीह मोमिन टोला का सद्दाम अंसारी एक युवती पर कॉमेंट कर रहा था। रामेश्वर ने सद्दाम को मना किया। इस क्रम में दोनों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। सद्दाम ने जान मारने की धमकी भी दी। इसके बाद दोनों धनजोड़ी खेचन राजवार के घर में महुआ दारू पीने लगे। रात लगभग 8:30 बजे रात अपने घर भोगनाडीह के लिए निकले। इसी क्रम में सोबान रास्ते में गिर गया। रामेश्वर मुर्मू आगे बढ़ गया। इसी क्रम में पहले से घात लगाकर बैठे सद्दाम ने रामेश्वर की हत्या कर दी।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का विधानसभा क्षेत्र

हत्यारोपित की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शनिवार को परिजनों भोगनाडीह में सिदो-कान्हू पार्क में धरना दिया था। पिछले दिनों दुमका की पूर्व विधायक लुईस मरांडी ने भी रामेश्वर मुर्मू के परिजनों से मुलाकात की थी और हत्यारोपित को गिरफ्तार करने की मांग की थी। हत्याराेपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वह दुमका में गुरुवार को उपवास पर भी बैठ गईं। भोगनाडीह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट के तहत आता है। सिदो-कान्हू हूल विद्रोह के नायक रहे हैं। इन्हें आदिवासी समाज भगवान की तरह देखता है। रामेश्वर की मृत्यु के बाद आदिवासियों में मर्माहट है। सरकार के खिलाफ इनकी भावनाओं को भाजपा सहेजने में जुट गई है।

हत्यारे की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा का उपवास

साहिबगंज में सिदो कान्हु मुर्मू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की  हत्या करने वाले सददाम अंसारी.की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पोखरा चौक स्थित सिदो कान्हु की प्रतिमा के समीप एक दिवसीय उपवास किया। इसमें पूर्व मंत्री लुइस मरांडी के अलावा भाजपा के सभी कार्यकर्ता शामिल है। पूर्व मंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार सिदो-कान्हू के वंशज के हत्यारे को बचाने का प्रयास कर रही है। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा चुनाव-2019 के दाैरान दुमका और बरहेट से चुनाव जीता था। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने दुमका से इस्तीफा दे दिया। जबकि बरहेट से विधायक बने रहने का फैसला लिया। आने वाले दिनों में अब दुमका उप चुनाव होना है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन के चुनाव लड़ने की चर्चा है। इसके मद्देनजर उपचुनाव में भाजपा रामेश्वर मुर्मू की हत्या को मुद्दा बनाने में जुट गई है। इस मुद्दे के सहारे भाजपा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार को घेरना चाहती है। 

रामेश्वर मुर्मू के हत्यारोपित सद्दाम अंसारी ने साहिबगंज कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया जाएगा।

-पीके मिश्रा, एसडीपीओ, बरहड़वा

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