5जी तकनीक बदल देगी दुनिया, इस पर IIT-ISM में हो रहा काम; पढ़िए देश-दुनिया के विशेषज्ञों की राय

आइआइटी-आइएसम 5जी नेटवर्क सेवा के लिए स्वदेशी एंटीना तैयार करने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। अत्याधुनिक एंटीना और सिग्नल प्रोसेसिंग का काम पूरा हो गया है।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 09 Feb 2020 02:27 PM (IST) Updated:Mon, 10 Feb 2020 08:10 AM (IST)
5जी तकनीक बदल देगी दुनिया, इस पर IIT-ISM में हो रहा काम; पढ़िए देश-दुनिया के विशेषज्ञों की राय
5जी तकनीक बदल देगी दुनिया, इस पर IIT-ISM में हो रहा काम; पढ़िए देश-दुनिया के विशेषज्ञों की राय

धनबाद, जेएनएन। एक ओर जहां 4जी तकनीक ने दुनिया भर में संचार क्रांति ला दी है वहीं वैज्ञानिक अब 5जी तकनीक को विकसित करने में जुटे हैं। विशेषज्ञों की माने तो 5जी तकनीक स्मार्ट सिटी, स्वच्छता और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने में कारगर साबित हो सकती है। निगल जेफरेश ने कहा कि 5जी तकनीक में डेटा सिक्योरिटी और लोगों की सुरक्षा से जुड़ी कई चुनौतियां हैं जिनपर ध्यान देना होगा।

5जी संचार तकनीक की खासियत ये है

4जी के मुकाबले इसकी स्पीड कम से कम 10-20 गुना अधिक होगी। साथ ही ये प्रति वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में करीब दस लाख उपकरणों को सपोर्ट करेगा। जेफरेश शनिवार को आइआइटी आइएसएम में 5जी तकनीक पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे थे। टेक्यूप थ्री के तहत आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान 5जी तकनीक से जुड़े तमाम पहलुओं पर चर्चा की गई। आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो. राजीव शेखर ने कहा कि मोबाइल और इंटरनेट की पांचवीं जेनरेशन यानी 5जी की शुरुआत का सभी को बेसब्री से इंतजार है। आइआइटी-आइएसम 5जी नेटवर्क सेवा के लिए स्वदेशी एंटीना तैयार करने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। अत्याधुनिक एंटीना और सिग्नल प्रोसेसिंग का काम पूरा हो गया है। आइएसएम ने 5जी का एंटीना जो तैायर किया है उसे हैक करना भी हैकर्स के लिए कतई आसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 5जी के बाद आम जनजीवन में कई महत्वपूर्ण बदलाव आएंगे।

20 गुणा तक ज्यादा स्पीड 

बीएसएनएल के सीजीएम केके ठाकुर ने कहा कि 4जी की तुलना में 5जी इंटरनेट सेवा 20 गुणा तक ज्यादा स्पीड देने में सक्षम होगी। इससे डाटा डाउनलोड और अपलोड होने में काफी कम वक्त लगेगा। वहीं कंटेंट, वीडियो और अन्य सेवाओं की बेहतर क्वालिटी के कारण आम जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे।

प्रो. राघवेंद्र चौधरी ने कहा कि 5जी के बाद नेटवर्क आपका पीछा करेगा। यानि डिवाइस तक पॉवर सीधे पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि 5जी में डेटा की फ्रिक्वेंशी 20 गुणा अधिक हो जाएगी। आम जीवन पर इसका व्यापक असर होगा। स्वास्थ्य, कृषि और कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में इसका प्रभाव देखने को मिलेगा और मिनटों का काम सेकेंड में होगा। उन्होंने कहा कि आइएसएम ने मैसिव मिमो तकनीक से 5जी का एंटीना बनाया है। जिसमें कई विशेषता हैं। कार्यक्रम में 150 से भी अधिक विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। जिसमें 30 विशेषज्ञ विदेशी थे। रविवार को बीआइटी में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम को रामजी प्रसाद, इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, डीके सिंह ने भी संबोधित किया।  चर्चा में सामाने आई कुछ महत्वपूर्ण बातें  5जी तकनीक जीवन को आसान बनाएंगे। विदेशों में सड़कों पर जहां खुद से चलने वाली कारें नजर आएंगी, वहीं भारत में 5जी तकनीक से इंटरनेट की तेज गति मिलेगी।  आटोनॉमस सिस्टम इतना विकसित हो जाएगा कि ड्राइवरों को सड़क पर माथापच्ची करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सड़कों पर रोबोट टैक्सियां दिखाई देंगी। दुनिया के कई देशों में 5जी नेटवर्क का दायरा बढ़ेगा।  5जी से तीन घंटे की एचडी फिल्म कुछ सेकेंड में डाउनलोड हो सकेगी।  इस तकनीक के जरिए 5 से 7 गुना बढ़ जाएगी बेस स्टेशन की क्षमता।    डिवाइस में जाने वाले सिग्नल का ट्रांसमिशन कई गुणा बढ़ जाएगा। 

5जी के लिए बिछाना होगा ऑप्टिकल फाइबर का जाल 

5जी कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे आइटी निदेशक यूपी साह ने बातचीत के दौरान कहा कि भारत सहित विश्व के अनेक उन्नत देशों में 5जी टेक्नॉलाजी दस्तक दे रही है। देश और दुनियां के लिए 5जी क्रांतिकारी साबित होगा। इसमें डाटा स्थानांतरण की गति 4जी के मुकाबले 10 गुना तेज होगी। इससे आम जन जीवन पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। लेकिन 5जी को लेकर कई चुनौतियां भी है। 5जी इंटरनेट चलाने के लिए उपयुक्त इंफ्रास्ट्रक्चर और नए डिवाइस को विकसित करनी पड़ेगी। जिसकी रफ्तार बहुत धीमी है। अभी फाइवर अवसंरचना की कमी है और इस क्षेत्र में बहुत अधिक निवेश की जरूरत है। आज भी करीब 75 प्रतिशत मोबाइल वायरलेस से चल रहे हैं। 5जी के लिए ऑप्टिकल फाइबर का जाल बिछाना होगा। बगैर इसके 5जी नहीं चलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नई तकनीक में निवेश करना कंपनियों के लिए चुनौतिपूर्ण भी होगा। ये अलग बात है कि बीएसएनएल 5जी कॉरिडोर बनाने की तैयारी कर रहा है जिसके माध्यम से 5जी टेक्नालॉजी के व्यवसायिक रोडमैप को तैयार किया जा सकता है। 

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