एनआइसी को लेकर भ्रम फैला रही भाजपा

मधुपुर (देवघर) : असम में वर्षों से रहने वाले 70 प्रतिशत ¨हदू बंगालियों का नाम राष्ट्रीय नागरि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Nov 2018 08:32 PM (IST) Updated:Thu, 08 Nov 2018 08:32 PM (IST)
एनआइसी को लेकर भ्रम फैला रही भाजपा
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मधुपुर (देवघर) : असम में वर्षों से रहने वाले 70 प्रतिशत ¨हदू बंगालियों का नाम राष्ट्रीय नागरिकता पंजी से हटाए जाने और पिछले 2 नवंबर को पांच बंगाली समुदाय के लोगों की हत्या किए जाने के विरोध में गुरुवार शाम झारखंड बंगाली समिति शाखा मधुपुर के सदस्यों ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी उच्च विद्यालय परिसर से कैंडल मार्च निकाला। मार्च शहर के विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए गांधी चौक पहुंचकर मृत आत्मा की शांति की कामना की। मौके पर समिति के शाखा अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार सिन्हा व सचिव विद्रोह कुमार मित्रा ने कहा की असम में राष्ट्रीय नागरिकता पंजी को लेकर लोगों के बीच भ्रम फैलाया जा रहा है जिससे आए दिन लोग आत्महत्या कर रहे हैं। रात के अंधेरे में गोलियों का शिकार बनाया जा रहा है। पिछले 2 नवंबर को पांच बंगाली समुदाय के लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना की समिति तीखी भ‌र्त्सना करती है। समिति सरकार से मांग करती है कि हत्या में लिप्त लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। साथ ही वर्षों से असम में बसे बंगाली समुदाय के लोगों को सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि असम में राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) मे 40 लाख लोगों का नाम शामिल नहीं किया गया है जिसमें 70 प्रतिशत से अधिक बंगाली समुदाय के ¨हदू हैं जबकि 25 प्रतिशत बंगाली मुसलमान हैं। इसके अलावा 5 प्रतिशत अन्य समुदाय के लोग हैं। कैंडल मार्च में प्रवीण कुमार दत्ता, शिव शंकर घोष, दिलीप राय, अमूल्य दे, शांति मुखर्जी, मृत्युंजय सिन्हा, वासुदेव गांगुली गोपाल दास, परेश चंद्र दत्ता, मणिमाला मित्रा, लखी रानी दास, अनिता बनर्जी, मिट्ठू दत्ता, अंजना राय, संपा तालुकदार सहित दर्जनों बंगाली समुदाय के लोग शामिल थे।

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